देवदूत बनी पुलिस ने बचाई लहूलुहान किसान की जान

गांव संधावली में भाई-भतीजों ने किसान के घर पर बोला हमला
मुजफ्फरनगर। जनपद की पीआरवी लहूलुहान एक किसान के लिए देवदूत बन गई। समय से पहुंची पीआरवी ने लहूलुहान किसान को तुरंत जब अस्पताल पहुंचा दिया तो चिकित्सकों के अथक प्रयासों से उसकी जान बच गई। दरअसल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन में गश्त करती हुई घूम रही पीआरवी 2208 को देर रात एक व्यक्ति के लहूलुहान हालत में सड़क पर पड़े होने की जानकारी मिली। पीआरवी 2208 पर तैनात हेड कांस्टेबल अजीमुद्दीन खान, कांस्टेबल भूपेंद्र कुमार और कांस्टेबल चालक राजेंद्र सिंह जानकारी मिलते ही तुरंत फुर्ती दिखाते हुए मौके पर पहुंचे और सड़क पर लहूलुहान हालत में पड़े व्यक्ति को अपनी गाड़ी में डालकर चंद मिनटों के भीतर उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां तत्काल चिकित्सकों को सक्रिय करते हुए युवक को इलाज दिलाया गया। चिकित्सकों द्वारा किए गए प्रयासों के बाद युवक की जान बच गई। थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव संधावली में कश्यप समाज के ओमपाल का उसके बड़े भाई सुरेश से एक प्लाट के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। आरोप है कि शुक्रवार देर रात सुरेश अपने पुत्रों तथा कुछ अन्य लोगों के साथ गांव में अपने छोटे भाई ओमपाल के घर पहुंचे। अमन का आरोप है कि वहां उन्होंने प्लाट बंटवारे से मना करते हुए मारपीट शुरू कर दी। अमन ने बताया कि उसके पिता ओमपाल के सिर में धारदार हथिायरों से वार किया गया। जिसके चलते पिता गंभीर घायल हो गए। बताया कि जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसके घायल पिता को जिला अस्पताल पहुंचाया। अमन ने बताया कि काफी दिनों से उसके पिता प्लाट बंटवारे को कह रहे थे। उन्होंने बताया कि लेकिन उसके ताऊ ऐसा करने से इंकार कर रहे थे। जिसके चलते आवेश में आकर उसके ताऊ सुरेश और उनके पुत्रों ने अन्य लोगों को साथ लेकर शुक्रवार देर रात उनके घर पर हमला बोल दिया। व्यक्ति के संबंध में थाना प्रभारी मंसूरपुर को घटना के संबंध में जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में लहूलुहान हालत में भर्ती कराए गए व्यक्ति का अपने भाई के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। पीआरवी द्वारा चंद मिनटों के भीतर लहूलुहान व्यक्ति को जिला अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचा देने से पुलिस विभाग के इस महत्वपूर्ण अंग की प्रशंसा की जा रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी जनपद की पीआरवी अनेक ऐसे काम कर चुकी हैं जिनमें या तो दुर्घटना होने से बच गई है अथवा किसी के साथ लूट होने या जान बच गई।