आर्य समाज का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव हुआ आरम्भ,वेद शिक्षा प्राप्त करने व सामाजिक बुराइयां दूर करने पर दिया गया बल

भोकरहेड़ी में आर्य समाज का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव हुआ आरम्भ,वेद शिक्षा प्राप्त करने व सामाजिक बुराईयो को दूर करने पर दिया गया बल, विधायक चन्दन चौहान ने की शिरकत
मुज़फ्फरनगर।गत वर्षों की भाँति भोकरहेड़ी स्थित आर्य समाज मन्दिर में आर्य समाज के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव का शुभारंभ बुधवार को हो गया । सुबह सवेरे हवन यज्ञ में आहुति दी गयी।
मुज़फ्फरनगर के कस्बा भोकरहेड़ी में स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में गुरुदत्त आर्य ने कहा कि पूर्व में देश का नाम आर्यवर्त था इसका मतलब सभी आर्य थे अन्य धर्म व पंथ बाद में आए। आर्य समाज की शिक्षाओं को ग्रहण कर क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आजाद कराया आर्य समाज का देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान है आडंबर के अंधकार को वेदों के ज्ञान प्रकाश से दूर किया जा सकता है। जो अपनी संस्कृति को भूल जाते हैं उनका पतन निश्चित है।पूर्व में व्यक्ति सन्ध्या किया करते थे। हवन यज्ञ होते रहते थे जिससे वातावरण शुद्ध रहता था। वातावरण की शुद्धि के लिए हवन यज्ञ करते रहना चाहिए। विधायक चंदन चौहान ने कहा कि उनके दादा ने आर्य समाज की शिक्षा पाकर परिवार को उच्च संस्कार दिए आर्य समाज की शिक्षाएं समाज को सही दिशा प्रदान करती हैं। आज़ समाज विभिन्न समस्याओं से ग्रस्त है। आर्य समाज की शिक्षाएं सच्ची दिशा दिखाती हैं। प्रधानाचार्य कैप्टन प्रवीण चौधरी ने कहा कि युवा पीढ़ी नशाखोरी में पड कर भविष्य को बर्बाद कर रही है।देर रात तक जागकर मोबाइल का प्रयोग युवा पीढ़ी को पथ भृष्ट कर रहा है।दिनचर्या व उचित खानपान न होने के कारण आज युवाओं की शक्ति कम होती जा रही है। जो बेहद चिन्ता का विषय है।आज वेदों की शिक्षा उनके ज्ञान का प्रचार प्रसार बहुत आवश्यक हो गया है। वेदों का ज्ञान होने से परिवार संस्कृति से जुड़ेंगे भजनोपदेशक संगीता आर्य ने गीत संगीत के माध्यम से वेद शिक्षा पर बल दिया साथ आडंबरों से बचकर आदर्श समाज की स्थापना के लिए आर्य समाज से जुड़ने को कहा इस अवसर पर मुख्य रूप से रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर उर्फ गुड्डू, डॉ. अमित ठाकरान मोरना ,मदनपाल सिंह पूर्व चेयरमैन राजेश सहरावत, बाबा ओमवीर सिंह,ओमप्रकाश आर्य, ज्योति प्रसाद करहेड़ा,ललित सहरावत,भजनोपदेशक रामनिवास, कविंद्र कुमार उर्फ मिंटु , रणवीर आर्य ,देवपाल आर्य ,प्रमोद आर्य,वीर सिंह आर्य,उपेंद्र जयवीर, अश्विनी,आदित्य वीर, सुरेंद्र सिंह खिंदड़िया,सत्यवेश, कंवरपाल आर्य, आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता वेदपाल आर्य ने की व संचालन मा. सुखपाल आर्य ने किया।