अपना मुज़फ्फरनगर
खतौली उपचुनाव: आचार संहिता लागू, होर्डिंग्स व बैनर उतरवाए प्रशासन ने

मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा के उपचुनाव की घोषणा होते ही प्रशासन ने पुलिस बल के साथ कस्बे में लगे राजनीतिक पार्टियों के होर्डिंग, बैनर, पोस्टर और उतरवाए गए।
खतौली विधानसभा से विधायक विक्रम सैनी की विधानसभा सदस्यता समाप्त होने के बाद उपचुनाव की तारीख की घोषणा हो गई है। इस रिक्त सीट पर 5 दिसंबर को उप चुनाव होगा। इसी के साथ प्रशासन ने अपना काम करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को एसडीएम अभिषेक कुमार और सीओ शकील अहमद ने पुलिस और नगर पंचायत कर्मचारियों को साथ लेकर कस्बे में लगे राजनीतिक पार्टियों के होर्डिंग, पोस्टर और बैनर उतरवाए। अधिकारियों ने बताया कि उपचुनाव की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू हो गई है। कस्बे या आसपास में लगे राजनीतिक पार्टियों के होर्डिंग, बैनर और पोस्टर उतरवाए जाएंगे। यदि कोई व्यक्ति आचार संहिता का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
रालोद ने कसी कमर:
मुजफ्फरनगर में भाजपा के खतौली विधायक विक्रम सैनी की सदस्यता जाने के बाद से सियासी माहौल बदल रहा है। भाजपा और रालोद नेताओं में जुबानी जंग के बाद अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को खतौली में रालोद की बैठक आयोजित की गई। निकाय चुनाव से पहले सियासी माहौल गरमाने की कोशिश है। सोमवार को खतौली के बैंक्वट हॉल में रालोद नेताओं का जमावड़ा लगा।
वक्ताओं ने कहा कि विधायक विक्रम सैनी ने गलत तरीके से रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह पर टिप्पणी की है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान ने कहा कि खतौली विधानसभा क्षेत्र रालोद की विरासत रहा है। यहां लंबे समय तक रालोद की जीत होती रही है।