रालोद विधायक संग फोटो से बढ़ी अफसर की मुश्किलें, खतौली के उपचुनाव प्रचार में फंसे एडी पशुपालन विभाग

शामली विधायक ने एडी के साथ फेसबुक पर डाली थी पोस्ट, मुजफ्फरनगर के पीनना बाईपास पर खींचा गया था फोटो
अपर निदेशक ने कहा-रास्ते में हुई थी औपचारिक मुलाकात
मुजफ्फरनगर। पशुपालन विभाग के सहारनपुर मंडल के अपर निदेशक डा. आनन्द कुमार को रालोद विधायक के साथ फोटो खिंचवाना महंगा पड़ गया। फोटो के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी को मिली शिकायत पर जांच करायी गयी और शासन व इलेक्शन कमीशन को अपर निदेशक के खिलाफ रिपोर्ट भेज दी है, जिसमें एडी पर खतौली उपचुनाव में रालोद प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार करने के आरोप लगे हैं। इस मामले में शासन ने एडी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बताया जाता है कि सहारनपुर मंडल के अपर निदेशक 18 नवम्बर को रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी की फेसबुक पर एक फोटो पोस्ट किया गया था, जिसमें कहा गया था कि खतौली विधानसभा उपचुनाव में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ खतौली के लिए रवाना होते हुए। इस फोटो में उनके साथ पशुपालन विभाग के सहारनपुर मंडल के अपर निदेशक डा. आनन्द कुमार भी उनके साथ खड़े नजर आ रहे थे। इस पोस्ट के बाद जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर से कुछ लोगों ने शिकायत की थी, कि पशुपालन विभाग के अपर निदेशक द्वारा रालोद प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार किया जा रहा है। शिकायतकर्ता द्वारा जिलाधिकारी को एडी सहारनपुर के उस पोस्ट का भी स्क्रीन शाॅट भेजा गया था, जिसमें रालोद विधायक ने एडी के साथ खिंचवाया गया फोटो फेसबुक पर पोस्ट किया था। शिकायत मिलने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा इस मामले की जांच एसडीएम को सौंपी गयी। एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में आरोपों को सही ठहराया, जिसके बाद इस मामले की रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है, जहां से इस मामले में एडी पशुपालन विभाग से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
क्या कहते हैं एडीएम प्रशासन
एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी को फोटो के साथ शिकायत प्राप्त हुई थी कि एडी पशुपालन विभाग द्वारा आरएलडी का प्रचार किया जा रहा है, जिसकी जांच एसडीएम द्वारा की गयी थी। जांच में आरोपों को सही पाया गया है, इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गयी है। चुनाव आयोग को भी अवगत करा दिया गया है।
क्या कहते हैं अपर निदेशक
आरएलडी के लिए चुनावी प्रचार के मामले में फंसे पशुपालन विभाग के अपर निदेशक डा. आनन्द कुमार ने कहा कि उनके द्वारा किसी भी पार्टी का प्रचार नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि 18 नवम्बर को वह आफिस के कार्य से शामली गये थे और शामली से जब मुजफ्फरनगर में विभागीय अधिकारियों के साथ मीटिंग के लिए जा रहे थे, तो पीनना बाईपास के पास काफी भीड़ थी और जाम की स्थिति बन रही थी। जाम खुलवाने की गरज से जब वह गाड़ी से नीचे उतरे, तो शामली विधायक प्रसुन्न चौधरी वहां पर मौजूद थे, जिन्होंने औपचारिक हाथ मिलाया। इसी दौरान उनके किसी समर्थक द्वारा फोटो खींच लिया गया। चुनाव संबंधी न तो कोई बात हुई और न ही कोई चर्चा। यहां से वह मुजफ्फरनगर आफिस पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक कर वापिस सहारनपुर लौट गये। अब फोटो वायरल होने पर उन्हें इसकी जानकारी मिली हैं। उनकी लोकेशन चेक करा ली जाए वे पूरे पखवाड़े में खतौली इलाके में गए ही नहीं।