गौवंश मौत का मामला गर्माया, गौसेवको ने की भू माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही की मांग

मुजफ्फरनगर।गंगा खादर में स्थित परमधाम न्यास की अस्थाई गौशाला में बीते शुक्रवार को लगी भयंकर आग से चार गौवंशो की दर्दनाक मौत हो गयी थी। शनिवार सुबह घटना अखबारों की सुर्खियां बनने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया और गौ सेवको में रोष फैल गया। शनिवार सुबह भोपा पुलिस और लेखपाल मौके पर पहुंचे और गौ सेवको से वार्ता की। इसके बाद पहुंची पशु चिकित्साधिकारियों की टीम ने गौवंशो के शवों का पोस्टमार्टम कर शवो को जमीन में दबवा दिया। गौसेवकों ने हंगामा करते हुए आग लगाने के आरोपी भूमाफियायो पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
गंगा खादर क्षेत्र में बीते शुक्रवार को भू माफियाओं द्वारा वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा करने की नीयत से लगाई गई आग परमधाम न्यास की अस्थाई गौशाला तक जा पहुंची थी। जिससे गौवंशो के लिए बनाई गई झोपड़ी में आग लगने से चार गोवंश की जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी। वही गौसेवकों के अनुसार कुछ गौवंश जलती अवस्था मे जंगल की और भाग गए थे। जो अभी तक नही मिल सके है। योगीराज में गौवंशो की दर्दनाक मौत का मामला शनिवार सुबह अखबारों की सुर्खिया बना था। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। और देर रात से ही मामले को ठंडा करने के प्रयास शुरू हो गए थे। परमधाम के अनुयायियों ने भू माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए प्रशासन से मृत गोवंश के पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की थी। शनिवार सुबह उच्च अधिकारियों के आदेशों के बाद मौके पर पहुंचे लेखपाल रमेश चंद व शुकतीर्थ चौकी प्रभारी ललित कुमार ने गौ सेवको से वार्ता की जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंचे पशु चिकित्साधकारी मोरना हरेंद्र कुमार व पशु चिकित्साधकारी भोपा हेमेंद्र कुमार द्वारा गोवंशो का पोस्टमार्टम किया गया। मौके पर इकट्ठा हुए दर्जनों गौसेवकों ने मामले में आरोपी भूमाफियाओं पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
वन विभाग की हजारों बीघा भूमि पर भूमाफियाओ का कब्जा
गौसेवकों के अनुसार गौशाला के आसपास की हजारों बीघा वन विभाग की भूमि पर भूमाफिया का कब्जा है। गौशाला के आसपास की भूमि गौवंशो और गायों के चरने के लिए काम आ रही थी परन्तु भूमाफिया इस भूमि पर कब्जा करने की फिराक में लगे हुए थे। इस भूमि पर कब्जा करने की नीयत से शुक्रवार को भूमाफियाओ द्वारा जंगल मे आग लगा दी जिसके बाद भड़की आग गौशाला की झोपडी तक पहुंच गई और चार गौवंशो की दर्दनाक मौत हो गयी। गौ सेवको ने बताया कि बिजनौर का एक लेखपाल चंद सिक्को के लालच में उक्त वन विभाग की भूमि पर कब्जा कराने में शामिल है। मामले की शिकायत करने पर मामला दो जनपदों के सीमा विवाद में फंसकर रह जाता है। जिससे भूमाफिया हजारों बीघा भूमि पर कब्जा कर चांदी काट रहे है।
घटनास्थल पर नही पहुंचे अधिकारी, गौसेवकों में रोष का माहौल
बीते शुक्रवार को भूमाफियाओं द्वारा जंगल मे लगाई आग परमधाम न्यास द्वारा संचालित अस्थाई गौशाला में पहुंच गई थी। जिसके बाद आग में झुलसकर चार गौवंशो की दर्दनाक मौत हो गयी थी। शनिवार दोपहर तक भी कोई प्रशासनिक अधिकारी या भाजपा नेता घटनास्थल पर नही पहुंचा। जिसके बाद गुस्साए गौसेवकों ने गौवंश के शव को मौके पर ही रख हंगामा किया। गौसेवकों ने आरोप लगाया कि योगीराज में इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अधिकारी मौके पर आना उचित नही समझ रहे है। हंगामा करने वालो में उपेंद्र, पदम सिंह, विकास, पंकज, हीरालाल, रजत, सचिन, तपेंद्र, कार्तिक, रवि, मिंटू, अरुण, रजत, राजेंद्र, हेमंत व पुष्पेंद्र आदि शामिल रहे।