महिला बाल गृह का डरावना सच: लड़कियों की नग्न वीडियो बनाई.. प्राइवेट पार्ट में मिर्च, पांच बर्खास्त… FIR दर्ज

UP: सहारनपुर के जनता रोड स्थित आवासीय बाल सुधार गृह में लड़कियों के उत्पीड़न का बड़ा मामला सामने आया है। 2 दिन पहले SDM सदर कीर्ति सिंह सुधार गृह के दौरे के लिए पहुंची थीं। लड़कियों ने उन्हें प्रबंधक और अधीक्षिका की प्रताड़ना के बारे में बताया। एक लड़की ने 2 पन्नों की शिकायत सौंपी।
SDM सदर ने शुक्रवार को जांच रिपोर्ट डीएम डॉ. दिनेश चंद्र को सौंप दी। उन्होंने आईएएस अधिकारी कृतिराज, पीसीएस अधिकारी किंशुक श्रीवास्तव और एसआई सुनीता मालान की संयुक्त टीम को बालिका गृह भेज कर जांच कराई। इस दौरान एक-एक बालिका से अकेले में बात की गई थी। लड़कियों ने छेड़खानी, मारपीट के साथ अवैध वसूली के आरोप लगाए। जिसमें कुछ आरोप सही पाए गए हैं।इसके बाद अधीक्षिका समेत 5 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया। जबकि, बालिका गृह में प्रबंधक के जाने पर रोक लगा दी गई है। प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, शुक्रवार को एक वीडियो भी वायरल हुआ है, इसमें लड़कियां प्रबंधक और अधीक्षिका के खिलाफ आरोप लगा रही हैं। कह रही हैं कि हमारा नग्न वीडियो बनाया गया। प्राइवेट पार्ट पर मिर्च लगाई गई।
शिकायती पत्र का मूल….
‘कीर्ति मैम, मुझे आपकी मदद की जरूरत है। क्योंकि मेरे साथ बहुत नाइंसाफी हुई है। मैम, मुझे आपको बताना है कि वीपी सिंह (प्रबंधक) ने मेरे साथ कई बार छेड़खानी करने की कोशिश की है। मुझे बात करने के बहाने ऑफिस में बुलाता था। फिर बोलता था कि तुम मुझे बहुत पसंद हो। मेरा हाथ भी पकड़ा और बोला कि अगर तुम मेरी बात मान लोगी। तो मैं तुम्हें ससुराल भेज दूंगा।उस वक्त में रोती हुई वापस आ गई। मुझसे बाकी लड़कियों ने पूछता कि क्या हुआ? मैंने उनसे मदद मांगी। बताया कि मेरे साथ क्या हुआ। मैंने कहा कि तुम सबको वीपी सिंह के खिलाफ आवाज उठानी होगी। इस बात को सुनकर सब लड़की पीछे हट गईं। बोलीं- तेरे चक्कर में हमें नहीं पड़ना है। तेरी वजह से हम भी ससुराल नहीं जा पाएंगी। फिर दो-तीन दिन बाद, मुझे सर ने बुलाया और बोले कि तू लड़कियों को मेरे खिलाफ क्यों भड़का रही है। तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है।
मैंने बोला कि मैं सबको बताऊंगी। फिर वीपी सिंह ने पिंकी मैडम को बुलाया। वो मुझे भंडार कक्ष में ले गईं और बहुत मारा। तब से मैं बहुत डरी हुई थी। जब आप यहां आई थीं, तब भी मैंने आपको कुछ नहीं बताया। क्योंकि मुझे डर था कि मैं अकेली रह जाऊंगी। लेकिन, मैम अब मेरे साथ लड़कियां खड़ी हैं। उन्होंने मुझे हिम्मत दी। कहा कि कब तक तू सहेगी। अब तू हिम्मत कर, आज तेरे साथ ऐसा हुआ है, कल किसी और के साथ होगा। तेरी वजह से बहुत लड़की उसे चंगुल से बच जाएंगी। नहीं तो वो कभी नहीं सुधरेगा। मैम, मैंने काउंसलिंग के दौरान इसलिए नहीं बताया क्योंकि मुझे लगा कि कहीं वीपी सिंह उन्हें भी भड़का न दे।
मैम वीपी सिंह बहुत गंदा इंसान है। वो लड़कियों की इज्जत से खेलता है। मैम, उसने अपनी रिश्तेदार को भी नहीं छोड़ा है। उसे मैंने खुद ऑफिस में बिना कपड़ों के देखा है। पूरे स्टाफ को यह बात पता है। उसने मुझे कहा कि तू कुछ भी कर ले। तेरी बात पर कोई विश्वास नहीं करेगा। मैं तो अपने आपको कैसे न कैसे करके बचा ही लूंगा। लेकिन तू अपनी इज्जत कैसे बचाएगी।मैं तेरे पति को सब बता दूंगा। फिर तू यही पर रहेगी। ना इधर की, ना उधर की। मैम आप भी एक लड़की हो। आप तो मेरी फिलिंग समझोगी। अगर वीपी सिंह ने मेरे पति को भड़का दिया तो मैं कहां जाऊंगी। प्लीज मैम मेरी मदद करों। सब लड़कियों की जिंदगी का सवाल है। सब चाहते हैं कि वीपी सिंह यहां पर कभी नहीं आए। अगर वो आ गया तो वो हमे बहुत टॉर्चर करेगा। उसने सबके सामने मेरी बेइज्जती करके मुझे घर भिजवा दिया था। मैं दोबारा वापस आई हूं। मुझे इंसाफ चाहिए। प्लीज मैम मेरी मदद करो। वरना मैं कुछ भी कर लूंगी अपने साथ और इसका जिम्मेदार वीपी सिंह होगा।’
शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत की लड़कियां रखी गई है..
लड़कियों का आरोप है, प्रबंधक और यहां काम करने वाली एक कर्मचारी ने उनकी नग्न वीडियो बनाए। उनके प्राइवेट पार्ट में मिर्च तक लगाई है। आरोप है, जब उनके परिवार के लोग उनसे मिलने के लिए आते हैं तो स्टाफ पैसे की डिमांड करता है। बालिका सुधार गृह में बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर की लड़कियां हैं।
हमें खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता है…
लड़कियों का आरोप था उनका यहां पर उत्पीड़न हो रहा है। खाना भी ठीक प्रकार से नहीं दिया जाता है। जनकपुरी थाना प्रभारी सनुज यादव का कहना है कि मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें डीपी सिंह को नामजद किया गया हैं और अन्य अज्ञात हैं। वही, उनका कहना हैं कि मिलाई के नाम पर पैसे लेना। लड़कियों से छेड़छाड़ व बदतमीजी करना आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ हैं।
एक मीडियाकर्मी के खिलाफ भी एफआईआर..
इस घटना में कवरेज के लिए बाल सुधार गृह पर एक मीडियाकर्मी भी पहुंचा था। उसकी वीडियो फुटेज में लड़कियों आरोप लगाती दिख रही हैं। प्रशासन ने मीडियाकर्मी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है। नियमानुसार, एसडीएम सदर की अनुमति के बाद ही कोई बाहरी व्यक्ति इस परिसर में दाखिल हो सकता है। #saharanpur