एक तरफा कार्यवाही का ADG ने लिया संज्ञान,निष्पक्ष कार्यवाही के निर्देश

True story
मुजफ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र के ग्राम खोजा नंगला विजयी प्रधान पक्ष के लोगों द्वारा विजयी जुलूस निकाले जाने तथा फायरिंग किये जाने के प्रकरण का एडीजी ने संज्ञान लिया है। एडीजी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तथ्यों की जांच कराकर व प्रकाश में आये तथ्यों के आधार पर कार्यवाही करने के आदेश दिये हैं। इस मामले में पूर्व प्रधान पक्ष ने वर्तमान प्रधान के समर्थकों द्वारा धारा 144 का उल्लंघन किये जाने, आतिशबाजी, ढोल व खुली फायरिंग किये जाने तथा गांव के लोगों को भयभीत किये जाने की शिकायत एडीजी से की थी।
गौरतलब है कि छपार थाना क्षेत्र के ग्राम खोजा नंगला में ग्राम प्रधान का चुनाव मौ. कलीम ने जीता था। चुनाव के बाद गांव में जुलूस निकाले जाने तथा दो पक्षों के बीच संघर्ष की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था तथा उनके खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के 12 लोगों को नामजद करते हुए 15-20 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने दोनों पक्षों के दो-दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिनमें वर्तमान प्रधान कलीम भी शामिल है।
इस मामले में अफसर पुत्र अनवार ने पुलिस महानिदेशक मेरठ को ईमेल के जरिये शिकायत की थी, जिसमें बताया गया था कि 3 मई को पंचायत चुनाव में जीत के बाद नवनिर्वाचित प्रधान द्वारा निकाले गये विजय जुलूस में बड़े स्तर पर हुडदंग व गुंडागर्दी की गई, जबकि लॉकडाउन व प्रशासन की कडी सख्ती के बावजूद भी नवनिर्वाचित प्रधान कलीम पुत्र जहूर, सरताज पुत्र जहूर, वसीम पुत्र जहूर, जमीर पुत्र अख्तर हसन आदि द्वारा गांव में आतिशबाजी, ढोल व खुली फायरिंग की गई, जिस कारण गांव के लोगों में दशहत का माहौल बना हुआ है।
अफसर अली द्वारा गांव के सीसीटीवी कैमरों की वीडियो रिकॉडिँग भी एडीजी को भेजी गई थी, जिसमें विजयी जूलूस, हुडदंग व फायरिंग होते साफ दिखाई दे रही है। एडीजी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर को निर्देशित किया है कि शिकायती पत्र में अंकित आरोपों व तथ्यों की जांच कराकर, प्रकाश में आये तथ्यों के आधार पर प्रभावी कार्यवाही करायी जाये और यह भी सुनिश्चित किया जाये कि इस प्रकरण में कोई भी अप्रिय घटना घटित न होने पाये।