चुनावी रंजिश में ग्रामीण की हत्या के बाद 2 पक्षो में तनातनी

गौरव पंवार
मुजफ्फरनगर के बुढाना थाना क्षेत्र में चुनावी रंजिश के चलते ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे पहले दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ और फायरिंग हुई।इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। हमलावर यहां से फरार होने में कामयाब हो गए।बताया जाता है कि दोपहर के समय भी दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय दोनों पक्षों को पुलिस चौकी में बुलाकर समझौता करा दिया था। बताया जाता है कि जिला पंचायत सदस्य पद पर गांव का ही जुल्फिकार चुनाव लड़ा था। जुल्फिकार व उसका पक्ष का ग्राम प्रधान प्रत्याशी दोनों हार गए थे।बताते हैं कि शाम के समय जुल्फीकार का पुत्र आदिल आटा चक्की से लौट रहा था। रास्ते में विजयी पक्ष का कामिल सड़क किनारे बैठा था।जहां हार- जीत को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ और मारपीट हो गई।कामिल पक्ष के तैमूर व जाहिर आदि ने जुल्फिकार पक्ष पर हमला कर दिया। आरोप है कि दोनों पक्षों के बीच जमकर फायरिंग हुई और लाठी डंडे चले। इस बीच कामिल पक्ष से जुड़ा ग्रामीण काल का ग्रास बन गया। मौके पर ही दूसरे पक्ष के लोगों ने कामिल पक्ष के तैमूर के शरीर को सटाकर बंदूक से गोली मार दी। मौके पर ही तैमूर की मौत हो गई बताया जाता है। कि इससे पहले ही पुलिस यहां पहुंच चुकी थी। लेकिन पुलिस के सामने भी हमलावर नहीं माने और मनमानी अड़े रहे । इस घटना के बाद गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है । देर शाम शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस मामले में स्थानीय पुलिस की लापरवाही को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गरम हो रहा है।
‘ट्रू स्टोरी’ की रिपोर्ट के मुताबिक देर रात तक तक शव गांव में ही था और मृतक के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। उधर प्रत्यक्षदर्शियों के कहना था कि बुढ़ाना ब्लाक के गांव रसूलपुर दभेडी में तैमूर और जियाउल के परिवार में चल रही रंजिश के दौरान आरोपी जियाउल ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लगभग 45 वर्षीय तैमूर अली की गर्दन में बंदूक से गोली मार दी और फरार हो गया। उधर तैमूर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ाना में लाया गया तो चिकित्सकों ने तैमूर को मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव, पुलिस क्षेत्राधिकारी विनय गौतम, बुढ़ाना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मगनवीर सिंह गिल, एसएसआई लेखराज सिंह, उमरपुर पुलिस चौकी प्रभारी संदीप कुमार व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। देर रात तक शव को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेज नहीं पाई थी। मृतक के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।