अपराध

मामूली कहासुनी… चाकुओ से ताबड़तोड़ वार करके पत्नि को मौत की नींद सुलाया

उत्तराखंड के काशीपुर मे दम्पति के बीच हुई कहासुनी के बाद पति रिटायर कर्मी भगवान दास को इतना गुस्सा आया की उसने अपनी पत्नि सुनीता (32) पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। अनगिनत वार से सुनीता की मौत हो गई।हत्या के बाद सुनीता का बेटा सनी कोतवाली पहुंचा और अपने पिता द्वारा मम्मी की हत्या किए जाने की बात बताई। पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम को भेज दिया हैं। क़ातिल भगवान दास को हत्या के 2 घंटे के अंदर ही अरेस्ट कर लिया गया हैं।

सुनीता

कबूलनामा….

पूछताछ करने पर हत्यारोपी भगवानदास ने बताया कि वह जल संस्थान से फिटर के पद से रिटायर्ड हुआ है।सुनीता देवी बिचौलिये का काम करती थी, जो शादियां करवाती थी, जिससे उसका सम्पर्क हुआ। उसके बेटे राहुल का रिश्ता भी सुनीता देवी ने करवाया था। सुनीता देवी ने अपने व उसके अंतरंग पलों की वीडियो बनवा ली थी और उसके आधार पर उस पर दबाव बनाकर उससे शादी कर ली थी।
भगवानदास ने बताया कि वह अक्सर मेरी सम्पत्ति पर नजर रखती थी तथा सम्पत्ति को बेचने का दबाव डालती रहती थी। सुनीता उसके पुरुषत्व को ठेस पहुंचती थी और रेलवे के टीटी से चौथी शादी करने की बात बोलती थी…पूर्व में वह 2 शादियां कर चुकी थी। उसने उसकी जिंदगी खराब कर रखी थी। अगर वह उसे ना मारता तो वह उसे मार देती। उसने बताया कि उसने सुनीता देवी के नाम पर मकान खरीदने के लिए प्रोपर्टी डीलर को 1.5 लाख रुपये दिये हैं, जिसकी कल-परसों रजिस्ट्री होनी थी, उसके बाद सुनीता मुझे मरवा देती, क्योंकि मैंने सुनीता व उसके बेटे को बात करते हुए सुना था कि रजिस्ट्री होने के बाद इसका काम तमाम कर देंगे।
भगवानदास ने बताया की उसने दिल में ठान ली थी कि मैं इसे मार दूंगा और उसने सुनीता को बहकावे में लेकर उसके बाल पकड़ कर सब्जी काटने वाले चाकू से उसका गला रौंद दिया। मुझे कोई मलाल नहीं है। मैं सुनीता को नहीं मारता तो ये मेरी सम्पत्ति हड़प लेती व मुझे नुकसान पहुंचा देती।

15 दिन पहले ही किराए पर लिया था मकान….

कटोराताल मोहल्ले में करीब एक पखवाड़े पहले परिवार सहित किराये पर रहने आई सुनीता की निर्मम हत्या से हर कोई स्तब्ध है। मकान मालिक का कहना है कि जब से यह लोग उनके मकान में रह रहे थे, उन्होंने कभी किसी तरह का झगड़ा नहीं सुना और न ही देखा। शांत स्वभाव का भगवानदास ऐसा कदम उठा देगा, उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था।
लोगों के अनुसार मोहल्ला कटोराताल में ओमप्रकाश के मकान में लगभग 15 दिन पहले जल संस्थान से सेवानिवृत्त कर्मी भगवान दास अपनी पत्नी सुनीता और उसके बेटे सनी के साथ रहने आया था। उसकी पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ मोहल्ला ओझान में रहती है। लोगों के अनुसार करीब एक माह पहले भगवानदास की पहली पत्नी के बेटे की मौत हो गई थी। तब वह और सुनीता मोहल्ला ओझान गए थे, जहां उनके साथ परिजनों ने मारपीट की थी। उन्होंने इसकी तहरीर भी दी थी लेकिन मामले में केस दर्ज नहीं हुआ।

2017 में हो गई थी सुनीता के पहले पति की मौत…

सुनीता के बेटे सनी ने बताया कि उसके पिता रमेश चंद्र पहले मुरादाबाद में रहते थे। वर्ष 2017 में उसके पिता रमेश चंद्र की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद उसकी मां ने भगवान दास से कोर्ट मैरिज कर ली थी। लगभग चार साल से वह लोग काशीपुर में रह रहे हैं। लगभग 15 दिन पहले ही वह कटोराताल क्षेत्र में किराये के एक मकान में रहने आए थे। आसपास के लोगों के अनुसार मोहल्ले में नया होने के कारण उनका परिवार से अधिक संबंध नहीं था। मकान मालिक के परिजनों का कहना है कि जब से यह लोग उनके मकान में रह रहे थे। तब से उन्होंने कभी किसी तरह के झगड़े को नहीं सुना और न ही देखा। आज उनके घर में अचानक ऐसी घटना हो गई।

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