गाँव गाँव बने स्वास्थ्य केंद्र, नागरिक अधिकार मंच ने उठाई आवाज़

मुज़फ्फरनगर। नागरिक अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं ने जनपद के सभी गांवों में चिकित्सा केंद्र बनवाने व पुराने अस्पतालों की जर्जर हालत को सुधारने व कोरोना काल में काल का ग्रास बने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा है। मंच के जिलाध्यक्ष पवन कुमार राणा एडवोकेट,जसवीर सिंह ,कपिल कुमार पाल आदि नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे ज्ञापन में कहा कि मुजफ्फरनगर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया गया। जिसे चलते यहां सैकड़ों लोग मौत की नींद में सो गए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बीमारी से निपटने के लिए कोई कार्य योजना तैयार नहीं की गई थी।गांवों में स्वास्थ्य केंद्र जर्जर हालत में है। वहां न तो डॉक्टर है ना दवाई। कुछ गांव तो ऐसे हैं जहां दूर-दूर तक चिकित्सा का कोई साधन ही नहीं है।ऐसे हालात में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत संसाधन उपलब्ध कराने में राज्य एवं केंद्र सरकार भी नाकाम साबित हुए हैं। नागरिक अधिकार मंच का कहना था कि अब तीसरी लहर आनी संभावित है।ऐसे हालात में हर गांव में स्वास्थ्य केंद्र बने जहां पर डॉक्टर से दवाई उपलब्ध हो। यहां प्रदेश अध्यक्ष जसवीर सिंह, जिलाध्यक्ष पवन राणा,राजीव गोस्वामी,सुखबीर सिंह, गौतम कुमार,कपिल कुमार आदि मौजूद रहे।