सरकार की नाकामियों को उजागर करेंगी कांग्रेस की पदयात्रा
20 हफ्ते-24 घंटे की तैयारी के साथ ‘हम निभाएंगे वादा’ का नारा देंगे कार्यकर्ता

शहर से लेकर कस्बों और गांवों में जाएंगी यात्रा, 30 पदाधिकारियों की बनी टीम
महविश जाकिर
मेरठ। चुनावी मोड़ में आते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। कार्यकर्ताओं को अब चुनाव तक जुट जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए उनको 24 घंटे जनता के बीच रहकर पार्टी की उपलब्धियों के बारे में बताने के लिए कहा गया है। कमान जिलाध्यक्ष के हाथों में सौंपी गई है। हाईकमान ने 30 पदाधिकारियों की टीम तैयार की गई है, जिनको ब्लॉक स्तर पर जिम्मेदारी दी गई है।
गौरतलब है कि गत दिनों अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गयी थी। कमेटी में निर्णय लिया गया था कि अगर यूपी को फतेह करना है तो गांव-गांव जाना होगा। पार्टी की नीतियों के बारे में बताना होगा। इसके लिए एक यात्रा निकाले जाने पर विचार किया गया। ‘हम निभाएंगे वादा’ यह नारा रैली के दौरान दिया जाएगा। जनता से वादा किया जाएगा कि अगर सरकार बनी तो कांग्रेस अपना वादा निभाएंगी। उत्तर प्रदेश के गांव और कस्बों में यह यात्रा जाएगी, जिसकी दूरी लगभग 17 हजार किलो मीटर होंगी।
मवाना ब्लॉक प्रभारी आतिफ मंसूरी ने बताया कि यात्रा कब निकलेगी, अभी तारीख तय नहीं हुई है। हाईकमान के आदेश पर कार्यकर्ताओं को जुट जाने के निर्देश मिल चुके है। इस यात्रा के दौरान महासचिव प्रियंका गांधी मेरठ में भी आ सकती है।
ब्लॉक स्तर पर बनाई गयी कमेटी
महानगर प्रवक्ता अखिल कौशिक ने बताया कि मेरठ में यात्रा की सफलता और चुनावी मजबूती के लिए ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए 30 पदाधिकारियों की टीम का गठन किया गया है, जिनको ब्लॉक स्तर पर काम करने की जिम्मेदारी दी गई है। ‘20 हफ्ते-24 घंटे’ रणनीति के साथ कार्यकर्ताओं को जुट जाने के लिए कहा गया है। 20 सितंबर से कांग्रेस ये कार्यक्रम शुरू करेंगी।
निकाली जाएगी 17 किमी की यात्रा
जिला प्रवक्ता हरिकिशन अम्बेडकर ने बताया कि 17 हजार किमी की यात्रा में सरकार की नाकामियों के बारे में बताया जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर में किस तरह ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों को जिंदगी से हाथ धोना पड़ा। गंगा में किस तरह अपनों ने अपनों की लाशों को बहाया, और सरकार बंद कमरों में बैठी रही। यह सब जनता के बीच जाकर उजागर किया जाएगा।
