BKU ने जिला पंचायत दफ्तर घेरा तो बैकफुट पर आ गए अफसर, 2 दिन में समाधान का आश्वासन

दफ्तर में ताला ठोका व जिला पंचायत दफ्तर घेरा तो बैकफुट पर आ गए अफसर, 2 दिन में समाधान का आश्वासन दिया
मुजफ्फरनगर की जिला पंचायत में विकास कार्यो के नाम पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए भाकियू ने जिला पंचायत का दफ्तर घेरा। किसानों ने चेयरमैन के दफ्तर में ताला जड़ दिया। यहां भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर भेदभाव बर्दाश्त नहीं होगा। कहा कि वह जानते हैं कि जिला पंचायत कौन चला रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित सदस्यों के साथ किस तरह भेदभाव कर सकते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि यदि आज समस्या का समाधान न हुआ तो मुजफ्फरनगर के सभी टोल तथा लकडी आदि के टैक्स का कार्य बंद करा दिया जाएगा। घंटो चले हंगामे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने धरनास्थल पर पहुंचकर अगले दो दिनों में विपक्ष के जिला पंचायत सदस्यों के साथ एक कमेटी का गठन करने ओर उनके क्षेत्रों में विकास कार्य शुरु कराने का आश्वासन दिया। जिला पंचायत में विपक्षी सदस्यों को विकास कार्य के लिए पैसा न देने का आरोप लग रहा है। दो दिन पूर्व जिला पंचायत के 13 सदस्यों ने भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत से मुलाकात कर अपनी व्यथा सुनाई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि विपक्ष के 13 जिला पंचायत सदस्य ऐसे हैं, जिनके साथ क्षेत्र के विकास पर भेदभाव किया जा रहा है।इन्होंने वीरपाल निर्वाल को वोट नही दी थी। जिसकी वजह से उनके क्षेत्र में जिला पंचायत अध्यक्ष और अधिकारी विकास कराने में भेदभाव बरत रहे हैं। तयशुदा कार्यक्रम के तहत मंगलवार को भाकियू के बैनर तले किसानों और जिला पंचायत के 13 सदस्यों ने कार्यालय में धरना शुरू कर दिया था।