स्वामी विवेकानंद ने हिंदू धर्म को प्रमुख धर्मों में स्थान दिलाया: डा. भावना
मेरठ। तिरुपति बालाजी खजूरी की राष्ट्रीय सेवा योजना की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. भावना शर्मा की अध्यक्षता में आनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें 40 स्वयंसेविकाओं ने भाग लिया।
डा. भावना शर्मा ने बताया, 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णयानुसार 1884 को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया गया, तभी से आज तक हम 12 जनवरी को युवा दिवस के रूप मे मनाते हैं। विवेकानंद स्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे, उन्होंने पश्चिमी दुनिया को वेदांत और युग से परिचय कराया। हिन्दू धर्म को दुनिया के प्रमुख धर्मों में स्थान दिलाने का श्रेय भी स्वामी को ही जाता है। किरण त्यागी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। शैली ने कहा, 1893 में अमेरिका के शिकागो के भाषण की गरजती तालियां हमारे अंदर जोश भर देती है। आंचल, पूजा, काजल, अलीना, अंशिका ने अपने-अपने विचार रखे। स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। स्वयंसेविकाओं ने संबोधन को बहुत ही उत्साह के साथ सुना। प्राचार्य डॉ. ओमकार त्यागी, संरक्षक एमपी त्यागी ने स्वयंसेविकाओं को शुभकामनाएं दी।