मुज़फ्फरनगर में भी मुस्लिम प्रत्याशी उतारने का साहस नहीं है अखिलेश में:शाहनवाज़ आलम

अखिलेश डरे हैं कि अगर मुस्लिमों को टिकट दिया तो उनके सजातीय वोटर नाराज़ हो जाएंगे
मुसलमानों की कांग्रेस में घर वापसी से बौखलाए हैं अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी कम से कम मुस्लिमों को टिकट दे रही है। उसे डर है कि अगर मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया तो उसके सजातीय वोटर उससे नाराज़ हो जायेंगे। अखिलेश यादव के सजातीय लोग मुसलमानों से वोट तो ले लेते हैं मुसलमानों को वोट देते नहीं हैं। इस चुनाव में मुस्लिम समुदाय एक बार फिर से कांग्रेस में वापसी करने जा रहा है। अब वो 20 प्रतिशत हो कर भी 5 प्रतिशत वालों के पीछे चलने को तैयार नहीं है।
ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा हर रविवार को फेसबुक लाइव के ज़रिये होने वाले स्पीक अप कैंपेन की 31 वीं कड़ी में अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं ने कहीं।
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने अपने संबोधन में कहा कि मुस्लिम समाज इस बार कांग्रेस में घर वापसी कर रहा है। इसीलिए अखिलेश यादव चुनाव से पहले ही अपनी हार के लिए कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को मुस्लिमों से इतनी चिढ़ है कि उन्होंने मुज़फ्फरनगर जैसी मुस्लिम बहुल ज़िले में भी एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं दिया है। मुसलामानों के कांग्रेस में जाने से बौखलाए अखिलेश यादव ने अमरोहा में एक घोर मुस्लिम विरोधी को सीधे संघ से ला कर टिकट दे दिया है। उन्होंने कहा कि मुसलमान अब सोचने लगे हैं कि 20 प्रतिशत हो कर भी 5 प्रतिशत आबादी वालों के पीछे क्यों चले। वो सपा की सरकार तो बनवाता था लेकिन दरोगा और एसडीएम बनते थे 5 प्रतिशत वाले और उसे 20 प्रतिशत होने के बावजूद ई रिक्शा मिलता था।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन में पुलिस दमन की शिकार महिलाओं से मिलने अखिलेश यादव आजमगढ़ तक नहीं गए क्योंकि उन्हें डर था कि मुसलामानों के साथ खड़े होने से उनके अपने सजातीय वोटर नाराज़ हो जाएंगे। अपने सजातीय मुस्लिम विरोधी वोटरों को खुश करने के लिए ही सपा सांसदों ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ मतदान के समय वॉक आउट कर दिया था। शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुस्लिम समाज बहुसंख्यक समाज के साथ मिल कर प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के साथ आ रहा है।