साइबर ठगो के जाल से पुलिस खीच लाई 47 लाख रुपए

-मुजफ्फरनगर पुलिस ने की 217 पीड़ितों की मदद, फ्रॉड से बचने के लिए किया आगाह
मुजफ्फरनगर। साइबर ठग भोले भाले लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। लेकिन साइबर पुलिस अपने प्रयासों से साइबर ठगों का जाल तोड़कर पीड़ितों का रुपया वापस करा रही है। साइबर पुलिस ठगी के शिकार 217 पीड़ितों को अब तक 47,47,346 रुपये वापस करा चुकी है। इसके लिए साइबर पुलिस व वरिष्ठ अधिकारियों को पीड़ित समय-समय पर धन्यवाद देते रहे हैं। बार-बार पुलिस लोगों को साइबर ठगों से सचेत रहने के लिए आगाह कर रही है। हालांकि साइबर ठग लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। परिचित बनकर किसी परेशानी का बहाना बना रुपये मांगना हो या फिर कोई आफर देकर आनलाइन शापिंग। किसी न किसी तरह धोखेबाज लोगों को अपना शिकार बना ही देते हैं। अधिकतर मामलों में आनलाइन बैंकिंग करने वाले ही फंस रहे हैं। साइबर ठग अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे। लेकिन साइबर पुलिस लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ शिकायत पर त्वरित कार्रवाई अंजाम दे रही है। नार्थ सिविल लाइन निवासी केके दीपक पुत्र अमर सिंह ने साइबर सेंटर को प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि अज्ञात व्यक्ति ने परिचित बनकर उससे 1.6 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। साइबर हेल्प सेंटर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पेयटीएम व संबंधित बैंक को फ्राड से अवगत कराया तथा 1.60 लाख रुपये में 35 हजार रुपये की आंशिक धनराशि आवेदक के खाते में वापस कराई। शेष धनराशि पीड़ित के खाते में वापस कराए जाने की प्रक्रिया चल रही है। हिमांशी पाल पुत्री अमरपाल सिंह निवासी कैलापुर जसमौर थाना मीरापुर, मुजफ्फरनगर को परिचित बनकर साइबर ठगो ने ठग लिया था। हिमांशी को मनी रिक्वेस्ट भेजकर 27 हजार की ठगी की गई। जिसकी शिकायत हिमांशी ने साइबर हेल्प सेन्टर को प्रार्थना पत्र देकर की। साइबर हेल्प सेन्टर ने तत्काल कार्यवाही करते हुए केश फ्री एवं ई फार सेल्यूशन जपवद को फ्रॉड से अवगत कराया और 27,000 रूपये की धनराशि हिमांशी के खाते में वापस ट्रासंफर कराई। इसी तरह आरती पुत्री सुन्दर निवासी शिकारपुर थाना भौराकलां, मुजफ्फरनगर को साइबर हेल्प सेन्टर ने बड़ी राहत दिलाई। एक अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) ने फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर आरती को मनी रिक्वेस्ट भेजी थी। जिसके चलते आरती के बैंक एकाउंट से 1,51,000 कट गए। उसक साथ आनलाइन धोखाधडी की गयी थी। साइबर हेल्प सेन्टर ने तत्काल कार्यवाही करते हुए फ्लिपकार्ट, अमेजन, केश फ्री एवं सम्बन्धित बैंक को फ्रॉड से अवगत कराया। जिसके बाद ठगी गई पूरी धनराशि 1,51,000 रूपये में से आंशिक धनराशि 43,990 रूपये आरती के बैंक खाते में वापस कराए गए। आमिर पुत्र सत्तार निवासी कस्बा व थाना बुढाना, मुजफ्फरनगर को भी आनलाइन ठगी का शिकार बना दिया गया था। आमिर ने साइबर हेल्प सेन्टर को प्रार्थना पत्र देकर फ्राड से अवगत कराया। उसने बताया कि अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) ने उसका परिचित बनकर मनी रिक्वेस्ट भेजते हुए 35,000 रुपये की धोखाधडी की। पुलिस के अनुसार साइबर हेल्प सेन्टर ने शिकायत पर कार्यवाही करते हुए पेयटीएम एवं एक्टिव पेय को फ्रॉड से अवगत कराया। जिसके बाद आमिर की सम्पूर्ण धनराशि 35,000 रूपये उसके खाते में वापस कराए गए। योगेश कुमार पुत्र जगमेर सिंह निवासी गहरवाड़ा रहमतपुर थाना भोपा, मुजफ्फरनगर के साथ भी आनलाइन फ्राड किया गया। योगेश ने साइबर हेल्प सेन्टर को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) ने फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उसे मनी रिक्वेस्ट भेजते हुए उससे 10,000 रुपये की आनलाइन धोखाधडी की है। साइबर हेल्प सेन्टर ने तत्काल कार्यवाही करते हुए फ्लिपकार्ट को फ्रॉड से अवगत कराया। जिसके बाद योगेश को उसक बैंक खाते में 10,000 रुपये वापस कराए गए।