भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाने की मुहिम
पुरकाज़ी चेयरमैन ज़हीर फारुकी ने शहीद दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन कर दिया सन्देश

• पूर्व की सरकारों ने शहादत का दर्जा न देकर जो पाप किया उस पाप को धोने का समय आ गया: फारुकी
मुज़फ्फरनगर! मुल्क की आज़ादी में अहम भूमिका निभाने वाले शहीद भगत सिंह को आज तक भी शहीद का दर्जा नहीं मिल पाया है. आज़ादी के इस परवाने को उसका हक दिलाने की पहल मुज़फ्फरनगर के पुरकाज़ी से शुरू हुई. इसकी शुरुआत नगर पंचायत चेयरमैन जहीर फारुकी ने करते हुए बिगुल फूंकते हुए सरकार तक इसका सन्देश पहुंचाने का काम किया.
शहीद दिवस पर पुरकाजी चेयरमैन जहीर फ़ारूक़ी के आह्वान पर नगर पंचायत के सभागार में शहीद दिवस का आयोजन किया गया.जिसमें चेयरमैन ज़हीर फारुकी ने बताया कि शहीदों की याद में हजारों देशभक्तों का कार्यक्रम हर साल पुरकाजी में किया जाता रहा है.इस बार बोर्ड परीक्षा 24 मार्च से होने की वजह से कार्यक्रम को सीमित कर दिया गया है. इस साल पुरकाजी में शहीद दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में मुंबई से बड़े बड़े बॉलीवुड के सिंगर आने वाले थे.लेकिन छात्रों के भविष्य को देखते हुए प्रोग्राम बदल दिया गया है. भाकियू नेता व चेयरमैन जहीर फ़ारूक़ी ने कहा कि हिंदुस्तान में ऐसा कोई शहर नही होगा जिसमें शहीद भगत सिंह के नाम से चौराहे ओर सड़क न हो,लेकिन किसी भी सरकार ने सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु सहित देश के शहीदों को शहादत का दर्जा नही दिया है. मुल्क में बच्चो को बचपन से किताबो में जिन्हें शहीदे आज़म बताकर पढाया गया.अब बड़े होकर देखा तो पता चला कि देश चलाने वाली सरकारों ने देश को आज़ाद कराने में जान कुर्बान करने वालों को ही शहीद का दर्जा नही दिया है. ये हमारे देश के शहीदों की शहादत का अपमान है. कार्यक्रम के माध्यम से चेयरमैन ज़हीर फारुकी ने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की है कि पूर्व की सरकारों ने शहीदों को उनका दर्जा ना देकर पाप किया है,आप शहीदों को दर्जा देकर अच्छा काम कर सकते है. कार्यक्रम में सुखपाल बेदी, संदीप वर्मा,निर्दोष जैन,हरिराम सक्सेना, आमिर अली व डॉ. चाँद ने अपने विचार रखे.
सामूहिक राष्ट्रगान से हुआ समापन, पूरे नगर में हुआ प्रसारण :-
पुरकाजी नगर पंचायत के हॉल में आयोजित कार्यक्रम को पुरकाजी की अवाम को आई पी पी ए सिस्टम से 27 जगह लगे माइको से सुनवाया गया. कार्यक्रम का समापन सामूहिक राष्ट्रगान की साथ हुआ.कार्यक्रम की अध्यक्षता सुखपाल बेदी ने तथा संचालन हाफ़िज़ मोहसिन ने किया. इस मौके पर मुख्य रूप से संदीप गोयल, हरिराम सक्सेना, निर्दोष जैन, संदीप वर्मा, इनाम फरीदी, नोशाद फरीदी, आमिर अली काज़मी, डॉक्टर चाँद, अकील खान आदि शामिल रहे.