शिव मंदिर की मूर्तियां खण्डित होने पर हिन्दू संगठनो का हंगामा, संगीन धाराओं में मुकदमा, आरोपी अरेस्ट


मुज़फ़्फ़रगर में तितावी थाना क्षेत्र के ग्राम बघरा में स्थित शिव मंदिर की मूर्तियां खंडित होने के बाद यहां सांप्रदायिक तनाव बन गया। देखते ही देखते यहां हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई और जय श्री राम के नारे लगाते हुए भीड़ ने जुलूस निकाला व इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। भीड़ ने राजमार्ग भी जाम कर डाला।इससे पूर्व मौके से एक आरोपी को पकड़ लिया गया।इस मामले में मंदिर समिति की ओर से दो सगे भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया है.
तितावी इलाके में बघरा के मोहल्ला खटीकान के मांडी रोड पर शिव मंदिर स्थित है। जहां सुबह 10:00 बजे गांव का ही याकूब पहुंचा और पुजारी की मौजूदगी में ही उसने मूर्तियां खंडित करनी शुरू कर दी। तभी यहां प्रवीण मोघा, सचिन, रवि, सोनू व वरुण आदि पहुंच गए। और उन्होंने याकूब को मंदिर में ही पकड़ लिया। वादी हिमांशु ने पुलिस को बताया कि याकूब का भाई फारूक यहां से धार्मिक नारे लगाते हुए फरार हो गया। दोनों ही यहां धार्मिक नारे लगा रहे थे ।इस मामले में याकूब व फारूक के खिलाफ संगीन धाराओं में आनन फानन में मुकदमा दर्ज किया गया। इससे पूर्व सूचना मिलने पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर यहां पहुंच गए। तभी गुस्साई भीड़ ने शामली- मुजफ्फरनगर राजमार्ग जाम कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। यहां पहुंचे हिंदू संगठनों के नेताओं ने कहा कि आरोपी दोनों लोगों को उकसाने वालों की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए, पुलिस ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्दी ही पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया जाएगा। मंदिर में मूर्तियों की दोबारा से प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस मामले के बाद बघरा में सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है,इसको देखते हुए यहां पीएसी बल तैनात कर दिया गया।
पुलिस न पहुंचती तो भीड़ मार डालती आरोपी को:-
बताया जाता है कि जिस समय याकूब मूर्तिया तोड़ रहा था,तभी यहां दर्जनों लोग पहुंच गए थे। और उन्होंने उसे मुख्य द्वार पर ही मूर्तियां तोड़ते हुए पकड़ लिया था। उसकी धुनाई की गई इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी ।आनन-फानन में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। लोगों का कहना था कि भीड़ गुस्से में थी, यदि पुलिस समय से न आती तो तो भीड़ आरोपी को मौके पर ही मार डालती।
4 साल पहले मुगलकालीन मस्जिद में रख दी गई थी मूर्तियां:-
शामली रोड पर स्थित गाँव बघरा हमेशा से ही शांतिपूर्ण रहा है। पहली घटना 4 साल पहले हुई थी। जहां बस स्टैंड स्थित मस्जिद में इमाम के बैठने के स्थान पर दर्जन भर मूर्तियां रख दी गई थी। इस मामले को लेकर तब तनाव हो गया था। लेकिन मस्जिद समिति ने मुकदमा अज्ञात में दर्ज करवा दिया था। बाद में दोनों समाज के लोगों की सहमति से मुकदमा खत्म करा दिया गया। इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
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परिजनों ने याकूब को बताया पागल:– इस घटना के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की. परिजनों ने पुलिस को बताया कि जिसमें 3 साल से उसकी दवा चल रही है। वह अर्द्ध विक्षिप्त है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना था कि यदि वह पागल था तो उसे खुला क्यो छोड़ा गया।इधर परिजनों ने कहा कि गत दिवस तक उसे घर में रस्सी से बांधकर रखा गया था।क्योंकि वह इस प्रकार की हरकतें करने का आदी है। उन्हें नही पता था कि याकूब घर से निकलते ही इतना बड़ा कांड कर देगा।

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सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुख्य आरोपी याकूब को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में मंदिर समिति की ओर से जो तहरीर आई है उसके आधार पर 2 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
” मुकेश कुमार सोलंकी
थाना प्रभारी थाना तितावी मुज़फ़्फ़रनगर।