फिल्म अभिनेता विकास बालियान के आवास पर पहुंचे राकेश टिकैत

देश की किसान राजनीति के सबसे बड़े चेहरे के रूप में पहचान बना चुके राकेश टिकैत जाट कॉलोनी स्थित फिल्म अभिनेता विकास बालियान के आवास पर उनके पिता वरिष्ठ अधिवक्ता सुखपाल सिंह एडवोकेट को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।
राकेश टिकैत पिछले एक पखवाड़े से जनपद से बाहर थे।
उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि मुजफ्फरनगर वरिष्ठ अधिवक्ता सुखपाल सिंह एडवोकेट नही रहे।आज मुजफ्फरनगर आते ही वह विकास बालियान के आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आए।वहां वह स्वर्गीय सुखपाल सिंह एडवोकेट की धर्मपत्नी श्रीमती कुसुम के पास भी बैठे जो उन्हें देखकर भावुक हो गई।उन्होंने उन्हें धीरज बंधाया और कहा कि वह परिवार के साथ खड़े हैं।उन्होंने बताया कि सुखपाल सिंह एडवोकेट की कचहरी स्थित सीट पर लंबे समय तक होगा मौजूद रहा था जो पूरे जनपद में प्रसिद्ध था। गांव देहात का आदमी जब भी कचहरी आता था तो उनकी सीट पर हुक्का पीने अवश्य तथा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत भी वहां कई बार हुक्का पीते थे।इस अवसर पर विकास बालियान, धर्मवीर बालियान, विपिन सिंह बालियान, चिराग बालियान इत्यादि उपस्थित थे।
एनसीआर में आने से मुज़फ्फरनगर को नुकसान:-
यहां मौजूद लोगों से वार्ता करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि मुजफ्फरनगर को एनसीआर में आने से कोई लाभ नहीं हुआ है बल्कि नुकसान हो रहा है।जहां यहां अब 10 वर्ष से पुराने ट्रैक्टर चलाने मुश्किल है तो वही स्कूल मालिकों के लिए भी बहुत विकट स्थिति आ गई है।खासतौर से ग्रामीण अंचल में बसे, स्कूलों के अंदर लगी स्कूल गाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिससे स्कूल मालिकों के ऊपर करोड़ों रुपए का अतिरिक्त भार आ गया है।जबकि स्कूल बसें 10 साल में 10000 किलोमीटर भी नहीं चलती परंतु उन्हें एनसीआर में आने के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया है।राकेश टिकैत ने कहा कि आयुष्मान कार्ड तो लोगों के बन रहे हैं परंतु इलाज में कोताही बरती जाती है।उस पर भी जल्दी वह लोग कदम उठाएंगे। सरकार से बात होगी, बात नहीं मानी गई तो बड़ा फैसला होगा.