स्वयं के द्वारा लाया हुआ गंगाजल ही शिवलिंग पर चढाएं: त्रिपाठी

-भीख एवं दान में मिली वस्तु का लाभ दान देने वाले को ही मिलता है
मेरठ। शिवलिंग पर चढ़ने वाला गंगाजल के पुण्य लाभ उसी को मिलता है, जो स्वयं जल हरिद्वार या अन्य धार्मिक नदियों से लाया गया हो, किसी अन्य व्यक्ति द्वारा दिया गया गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ाने या घर में रखने का पुण्य लाभ उसे ही मिलेगा, जिसने आपको लाकर दिया है। अगर धर्म लाभ उठना है तो स्वयं गंगाजल लेकर आए। यह बात औघड़नाथ मंदिर के पुजारी शारगधर त्रिपाठी ने बताई।
शनिवार को एक व्यक्ति अपने रिश्तेदार से गंगाजल मांगकर शिवलिंग पर चढ़ाने आया था, तभी उसके द्वारा पूछे जाने पर पुजारी ने बताया, पुण्य लाभ कमाना है तो खुद हरिद्वार या अन्य धार्मिक स्थल से जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाओगे, तभी आप पुण्य लाभ के भागीदार बनोंगे। महाशिवरात्रि पर देखा गया है, औघडनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर हजारों लिटर गंगाजल श्रद्धालुओं को बांंटा जाता रहा है तथा श्रद्धालु गंगाजल की पवित्र महीमा के नतमस्तक होकर दान में लिया हुआ जल शिवलिंंग चढ़ाते है, यह तो लोगों की धार्मिकता के साथ छल हुआ। बताया, भीख एवं दान में मिली वस्तु का पुण्य लाभ दान देने वाले को ही मिलता है। कुछ लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दी है, उनका कहना है मंदिर समिति को भी इस ओर ध्यान देने की जरूरत है और इस तरह के कैंप मंदिर के मुख्य गेट से हटाकर लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर लगाने चाहिए।




