मुजफ्फरनगर के खालापार स्थित जामिया सुमैया इस्लाहुल ख्वातीन में आयोजित स्वागत समारोह में उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन के जिला सदर कलीम त्यागी ने कहा कि छात्र छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बराबर का प्रतिभाग करना चाहिए। 
इसके अलावा अपनी मातृभाषा का प्रयोग शिक्षा ग्रहण करने में जरूर करें ताकि शिक्षा के स्तर को आगे बढ़ाने में मातृभाषा की महत्वपूर्ण भूमिका साबित हो सके।उन्होंने कहा कि उर्दू एक ऐसी भाषा है जिसे मीठी जुबान के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि जामिया सुमैया ख्वातीन मदरसे में आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों ने जो कार्यक्रम प्रस्तुत किए वाकई सराहनीय है। उन्होंने यहां प्रस्तुत किये गए सऊदी अरब के मक्का के मंजर की सराहना की। जिसमें बच्चों ने मक्का में होने वाले उमराह का अभिनय किया था।इससे पूर्व मदरसे के संस्थापक एवं प्रबंधक डॉक्टर शमिमुल हसन ने कहा कि अलीगढ़ से अध्यक्ष कलीम त्यागी व शामली से गुलफाम अहमद का जनपद में आना उर्दू के लिए बहुत फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि दोनों लोग मीठी जुबान से जुड़े हुए हैं। उनके आने से उर्दू और अधिक मजबूत होगी।

इस अवसर पर अलीना,अर्शी, इलमा, अक्सा, शुमाइला, खुशी,अब्दुल हन्नान,अबुजर हुसैन,जीशान, अफशांन, असद, अयान, रिहान व बिलाल द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम से सराहे गए। इस अवसर पर उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन के सचिव शमीम कस्सार, कारी सलीम मेहरबान, डॉक्टर सलीम अहमद सलमानी, एआरपी अली नवाज, मास्टर शहजाद, औसाफ अंसारी व उर्दू टीचर वेलफेयर एसोसिएशन के सुबाई नायब सदर रईसुद्दीन राणा के साथ ही उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन के कोषाध्यक्ष बदरउज्जमा खान मौजूद रहे। संस्था की प्रधानाचार्य इमराना बेगम ने आभार जताया।