सिखों के पाचवें गुरू का मनाया शहीदी दिवस





गुरु अर्जुन देव ने सभी धर्मों को बराबर सम्मान किया: जसविंदर सिंह
मुजफ्फरनगर। शहीदों के सिरताज साहिब श्री गुरु अर्जुन देव महाराज का शहीदी पर्व कार्यक्रम की जानकारी देते हुए श्री गुरु सिंह सभा के मीडिया प्रभारी सरदार हरप्रीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार को शहीदों के सिरताज, शांति के पुंज सिखों के पांचवें गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी महाराज का शहीदी पर्व बड़ी श्रद्धा के साथ श्री गुरु सिंह सभा मुजफ्फरनगर द्वारा गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा निकट रोडवेज में मनाया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम गत दिवस गुरूवार से रखें श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति हुई। वही सरदार वीरेंद्र सिंह पंछी द्वारा रसमई कीर्तन द्वारा संगतो को निहाल किया गया व ज्ञानी जोगा सिंह व ज्ञानी हरजीत सिंह ने गुरु जी के जीवन व शहादत के बारे में संगतों को बताया। उन्होनें बताया कि हमारे पास विशेष तौर पर पधारे भाई जसविंदर सिंह धरोवाल हजूरी रागी श्री दरबार साहिब डेरा बाबा नानक ने बहुत ही रसीले कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया व गुरु जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु अर्जुन देव ने सभी धर्मों को बराबर सम्मान किया। गुरु अर्जुन देव ने हरमंदिर साहिब का नींव पत्थर मुस्लिम संत भाई मियां मीर से रखवाया। उन्होनें प्रवेश दरबार के चार दरवाजे रखे गए जिसमें यह दशार्या कि हर धर्म के लिए दरवाजे खुले हैं। जात-पात का भेद मिटाया जीवन काल में श्री गुरु अर्जुन देव ने गुरु ग्रंथ साहिब की संपादना की। इसमें अनेक भक्तों व संतो व महापुरुषों की वाणी का समावेश कर जात पात का भेद मिटाया। गुरुजी की प्रसिद्धि को देखकर अकबर बादशाह का पुत्र जहांगीर तखत पर बैठा हुआ था, विरोधियों ने जहांगीर के कान भरने का काम शुरू कर दिया व गुरु अर्जुन देव के खिलाफ भड़काया गया। जहांगीर मौके की तलाश में था जहांगीर के पुत्र खुसरो ने इस बात की बगावत की व गुरु अर्जुन देव से मिलने गोविंद वाल साहिब गए। जहांगीर ने हर उस शख्स के गिरफ्तारी के आदेश दिए जिसमें गुरु अर्जुन देव को भी गिरफ्तार किया गया व तसिहे देकर शहीद करने का हुक्म दिया गया। उबलते पानी की देग पर बैठाकर सिर में उबलता रेत डालकर गरम गरम तवे पर बिठाकर तसीहे दिए गए पर गुरु अर्जुन देव ने मुंह से निकला तेरा किया मीठा लागे हरनाम पदार्थ नानक मांगे ऐसी तपती गर्मी को देखते हुए आज जगह-जगह श्री गुरु सिंह सभा मुजफ्फरनगर द्वारा ठंडी मीठी छबीले की व्यवस्था की गई। गुरुद्वारा रोडवेज, शिव मूर्ति, झांसी की रानी, सहारनपुर बस स्टैंड, नुमाइश कैंप, ट्रांसपोर्ट नगर, रेलवे स्टेशन, गांधी कॉलोनी में छबीलो का आयोजन किया गया। अनेक दिन तसीहे देने के बाद गुरु अर्जुन देव को रावी नदी में स्नान के लिए कहा गया, इस दौरान गुरु रावी नदी में ज्योति ज्योत समा गए। इसके पश्चात श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान सरदार गुरचरण सिंह बराड़ व सैक्रेटरी सरदार देवेंद्र सिंह नागपाल ने आई हुई संगतों का धन्यवाद किया व पूरी समाप्ति के पश्चात श्री गुरु सिंह सभा के सभी सदस्यों ने आई हुई संगतो को बड़ी ही श्रद्धा व प्रेम के साथ पंगत में बिठाकर लंगर लगाया।




