एक्टिव मोड में स्वास्थ्य विभाग, सील किया गया भोपा का आदर्श हॉस्पिटल

भोपा के आदर्श हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई,बन्द हुए अस्पताल में लगाई गई सील

भोपा/मुज़फ्फरनगर।-प्रसव के दौरान हुई महिला की मौत के बाद भोपा का आदर्श हॉस्पिटल चर्चाओं में आ गया है। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे अस्पताल में शुक्रवार को पहुँची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल के तीन द्वारों पर सील लगाने की कार्रवाई की है।
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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) September 10, 2022
मुज़फ्फरनगर भोपा में गंग नहर पटरी पर स्थित बन्द पड़े आदर्श हॉस्पिटल में पहुंचे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.अर्जुन सिंह की टीम ने अस्पताल के भीतर जाकर ओ पी डी कक्ष,डोमेट्री कक्ष,ऑपरेशन कक्ष,नवजात को रखने के मशीन कक्ष आदि का निरीक्षण किया।आदर्श हॉस्पिटल में बीते मंगलवार की रात निकटवर्ती गाँव रहकड़ा निवासी मौ.मेंहदी की पत्नी शबाब ज़ोहरा की उस समय मौत हो गई थी जब प्रसव के लिये ऑपरेशन किया जा रहा था। शबाब ज़ोहरा की मौत के बाद बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की माँग को लेकर चार घण्टे आदर्श अस्पताल पर हंगामा काटा था। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे आदर्श हॉस्पिटल को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए थे। शुक्रवार को प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मोरना अर्जुन सिंह ने अस्पताल पर सील लगाने के दौरान बताया कि अस्पताल की संचालिका द्वारा कोई भी प्रमाणित दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे आदर्श हॉस्पिटल पर सील लगा दी गई है। साथ ही भवन स्वामी से ये सुनिश्चित किया जाएगा कि अस्पताल के भवन को व्यवसायिक रूप से किराए पर दिया गया था। अथवा घरेलू उपयोग के लिए।क्षेत्र में चल रहे अन्य नर्सिंग होम अथवा अस्पताल की जाँच भी की जाएगी।
वर्षो से चल रहा अस्पताल क्यूँ था नज़र दूर
हादसों के बाद कार्रवाई का ढिढोरा पीटने की परम्परा भले पुरानी हो चुकी हो किन्तु इस परम्परा का निर्वाह बदस्तूर जारी है। वर्षों तक इस अस्पताल को नज़र अंदाज़ करने में काले चश्मे की क़ीमत को कितने गरीबों ने चुकाया होगा इसका अंदाज़ा यूं लगा लीजिये की अस्पताल के रजिस्टर में वहाँ से जुड़ी आशाओं के नाम के आगे पाँच से सात हजार की रकम लिखी पाई गई है। जिस प्रसव को निःशुल्क सरकार अस्पताल में होना था वह आशा की कृपा से इस अस्पताल में हुआ। महिला की मौत के बाद अब इस अस्पताल का अंजाम तो तय हो गया।अभी इस अस्पताल के गलत कृत्यों में संलिप्त आशाओं पर कार्रवाई होना बाकी है।
काज़ी अमज़द अली की रिपोर्ट




