ब्रेकिंग न्यूजलाइफस्टाइल
4 बेकसूरों की मौत हुई तो जागा स्वास्थ्य विभाग, दर्जनों क्लीनिक व नर्सिंग होम हुए सील

सीएमओ डा. महावीर सिंह फौजदार ने शहर में कई अवैध नर्सिंग होग पर लगाई सील
-मेडिकल स्टोर और अल्ट्रासाउंड सेंटर पर हुई कार्यवाही, झोलाछाप चिकित्सकों में हड़कम
-झोलाछाप चिकित्सकों को नोटिस जारी कर डिग्री दिखाने के लिये तीन दिन का समय दिया
मुजफ्फरनगर। जनपद में अवैध और मानकों के विपरीत चल रहे निजी अस्पतालों के खिलाफ आज स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्यवाही की। सीएमओ खुद सड़कों पर उतरे और पूरी टीम को जिले में लगा दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की इस ताबड़तोड़ छापामार कार्यवाही के चलते फर्जी और अवैध अस्प्ताल एवं मेडिकल स्टोर चलाने वाले चिकित्सकों में हड़कम्प मचा रहा। सीएमओ के निर्देशन में जिले में दो दर्जन के करीब निजी अस्पताल, अल्ट्रासाउंड सेंटर और मेडिकल स्टोर पर कार्यवाही की गयी। इसके साथ ही इन अस्पतालों में भर्ती मरीजों को जिला चिकित्सालय व अन्य अस्पतालों में भिजवाने का काम भी साथ साथ किया गया। बता दें कि पिछले चार पाच दिनों में जनपद में भोपा और मीरापुर के साथ ही शहर में जच्चा और बच्चा की मौत के मामलों को लेकर उठ रहे सवालों के बीच ही अवैध रूप से चिकित्सा कार्य कर रहे चिकित्सकों के खिलाफ सोमवार को सीएमओ डा. महावीर सिंह फौजदार के नेतृत्व में व्यापक स्तर पर छापामार कार्यवाही की गयी।
जनपद में फर्जी तरीके से चल रहे अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा। इस दौरान सीएमओ ने शहर में तो सभी ब्लॉक चिकित्सा प्रभारियों ने अपने अपने क्षेत्रों में छापामारी की गयी। स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी अस्पतालों पर छापेमारी करते हुए नोटिस चस्पा किए। स्वास्थ विभाग की कार्रवाई से झोलाछाप डाक्टरों की दुकानें बंद हेा गयी। इस कार्रवाई के कारण कई झोलाछाप डाक्टर अपने क्लीनिक बंद कर भाग खड़े हुए। इस छापे मारी के दौरान अस्पतालों में भारी खामियां मिली। आयुर्वेद चिकित्सा के रजिस्ट्रेशन पर एलोपैथिक चिकित्सा होती मिली। कुछ अस्पतालो में खोले गए मेडिकल पर एक्सपायर दवाई भी मिली हैं। इनके खिलाफ कार्यवाही की गयी है।
सीएमओ डा. महावीर सिंह फौजदार के द्वारा शहर में ताबड़तोड़ छापे मारे गये। उनके द्वारा शहर के रुड़की रोड पर इंडियन हॉस्पिटल, अलीना हॉस्पिटल, सेवा अल्ट्रासाउण्ड सेंटर, आस्था नर्सिंग होम, कमल मेडिकल स्टोर आदि पर चैकंग की। इस दौरान कई स्थानों पर बीयूएमएस डाक्टर ऑपरेशन थिएटर चलाते हुए पकड़े गये तो बिना किसी लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चलते हुए पाये गये। सीएमओ ने रूड़की चुंगी स्थित अलीना हास्पिटल को भी सील किया। उन्होंने बताया कि जनपद में दो दर्जन के करीब अस्पतालों को सील किया गया है। सोमवार को चिकित्सा खतौली प्रभारी डा. अवनीश कुमार, डा. देवेंद्र लोहित, वार्ड ब्वाय जगदीश की टीम ने सीएमओ महावीर फौजदार के निर्देश पर खतौली कोतवाली पुलिस को साथ लेकर नगर व देहात के झोलाछाप चिकित्सकों के क्लीनिकों, अस्पतालों की जांच-पड़ताल की, जहा सरकारी अस्पताल के समीप खुले न्यू एपैक्स अस्पताल को जांच के बाद सील किया गया। इसके बाद टीम ने जमुना विहार स्थित डा. वीके वर्मा मैमोरियल अस्पताल पर छापेमारी कर सीज की कार्रवाई की गई, इस दौरान टीम ने बुआड़ा रोड पर डा. सिद्दीकी, डा. मुस्तफा, मुस्कान डेंटल क्लीनिक पर छापा मारकर जांच पड़ताल की, मगर चिकित्सक के पास कोई प्रमाण नहीं मिलने पर क्लीनिकों पर सील लगाई गई तहसील मार्ग पर जर्राह डा. आबिद क्लीनिक, डा. रवि कुमार नेत्रालय को बंद कराया गया। चिकित्सा प्रभारी डा. अवनीश कुमार ने बताया कि सभी जगह सील लगाने के साथ इनके संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं। तीन दिन के अंदर प्रमाण-पत्र दिखाने और चिकित्सक की वैध डिग्री लाने के निर्देश दिए गए हैं। अगर चिकित्सक ने अपनी डिग्री और प्रमाण पत्र नही दिखाये तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की जायेगी।