रालोद-सपा ने गुर्जर प्रत्याशी पर लगाया दांव, मदन भैया होंगे खतौली से गठबंधन प्रत्याशी

मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सपा-रालोद गठबंधन ने मदन भैया को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। यहां मुख्य मुकाबला गठबंधन व भाजपा के बीच है। बसपा इस चुनाव में अपना कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं कर रही है। ऐसी स्थिति में यहां गठबंधन के प्रत्याशी पर सभी की निगाहें लगी हुई थी।
राष्ट्रीय लोकदल- समाजवादी पार्टी गठबंधन द्वारा विधानसभा क्षेत्र खतौली, उपचुनाव – 2022 हेतु श्री मदन भैया को प्रत्याशी घोषित किया गया है।
— Rashtriya Lok Dal (@RLDparty) November 13, 2022
रविवार को रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने खतौली विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में पहुंचकर जनसमर्थन जुटाया था। इसी के साथ साफ हो गया था कि खतौली सीट को छोटे चौधरी अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर चल रहे हैं। उनके स्वागत समारोह में हजारों की उमड़ी भीड़ ने साबित कर दिया था कि इस बार रालोद को मायूस नहीं होने दिया जायेगा। जनपद से निकलने के चंद घंटे बाद ही रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने उपचुनाव के लिए मदन भैया के टिकट की घोषणा कर दी। रालोद के अधिकृत ट्वीटर हैंडल से उनके नाम की घोषणा की गई है।
कौन हैं मदन भैया
मदन भैया गुर्जर समाज में व्यापक जनाधार रखते हैं। गुर्जर समाज के बड़े चेहरे माने जाने वाले एवं समाज में पकड़ रखने वाले मदन भैया का नाम अचानक ही सामने आया। लोनी से विधायक रह चुके मदन भैया पर रालोद सुप्रीमो ने विश्वास जताया। बता दें कि खतौली विधानसभा क्षेत्र में गुर्जर समाज का एक बड़ा वोट बैंक है, जिसको लेकर गठबंधन ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में लाना चाह रहा था, जिसे गुर्जर समाज को शत-प्रतिशत वोट मिल जाये। इसके अलावा जाट व मुस्लिम समीकरण मिलाकर जीत की राह को आसान कर दिया जाये। यहां 22 हजार गुर्जर वोट बताये गये हैं, जबकि मुस्लिम समाज के वोटरों की संख्या 95 हजार बताई गई है। जाट समाज भी 15 हजार से अधिक संख्या में है। इसके अलावा गठबंधन को दलित समाज के एक बड़े वोट बैंक पर उम्मीदें हैं। दलितों का वोट बैंक 50 हजार से अधिक है। बसपा के चुनाव न लड़ने का लाभ गठबंधन को मिल सकता है।