कोविड-19 से बचने के लिए करना होगा नियमो का पालन

शब्बीर अहमद सैफी
बुलंदशहर: जहां कोरोना वायरस को रोकने के लिये प्रशासन अनेक तरह के तरीके अपना रहा है वहीं आम जनता वैश्विक महामारी के प्रति गंभीर नजर नही आ रही है। देश सहित प्रदेश के तमाम बड़े शहर में प्रशासन द्वारा कोविड़ 19 की चैन को तोड़ने के लिये नाइट कर्फ्यू, धारा-144 सहित सोशल डिस्टेंसिंग को गंभीरता के साथ लागू कर रहा है। लेकिन जनता भी ‘‘तू डाल-डाल, मैं पात-पात’’ वाली बात चरितार्थ कर रही है। जनपद बुलन्दशहर के कस्बों में जनता मात्र इसलिये मास्क व सोशल डिसटेंसिंग का पालन कर रही है ताकि पुलिस से बचा जा सके। जिलाधिकारी व एसएसपी जहां अपने अधीनस्थों को इस बीमारी की गंभीरता को जनता को बताने तथा इसके बचाव के लिये जागरूक कर रही है। इसके बावजूद भी जनता ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही है और ना ही मास्क का प्रयोग कर रही है। पुलिस द्वारा लगातार मास्क ना पहनने वालों के चालान काटकर मामले की इतिश्री की जा रही हैं। ऐसी स्थिति में जब आम जनता ही इस गंभीर बीमारी के प्रति गंभीर नजर नही आ रही तो प्रशासन व पुलिस को इस गंभीर बीमारी की चैन तोड़ने के लिये कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। इसके अलावा जनता जहां प्रदेश में लाॅकडाउन ना लगने की दुआ कर रही है वहीं दूसरी ओर गंभीरता से अपने व अपने परिवार को बचाने के प्रति गंभीर नही है। जनता को चाहिए कि वो एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाते हुए इस बीमारी के प्रति लापरवाही न बरते और शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे तथा नियमित रूप से हाथ सेनिटाइज करें। ताकि जीवन को दोबारा से पटरी पर लाया जा सके।