सामाजिक सेवा को समर्पित कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया, प्रशस्ति पत्र व मैडल देकर किया सम्मानित

समाज सेवा को सलाम — असारा बना प्रेरणा की मिसाल
UP क़े ज़िला बागपत क़े असारा गांव में हनीफ एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी मुज़फ्फरनगर द्वारा एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मास्टर अली हसन के आवास पर संपन्न हुआ, जिसमें गांव के कब्रिस्तान की सफाई में योगदान देने वाले सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति-पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता मास्टर इदरीस ने की, जबकि ग्राम प्रधान नदीम चौधरी और मुज़फ्फरनगर से तहसीन अली असारवी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन मास्टर अली हसन ने किया।
सम्मानित होने वालों में ग्राम प्रधान नदीम चौधरी, सुहैल चौधरी, मास्टर आबिद, मास्टर अनीस, चौधरी शाकिर, अमीश चौधरी, आजाद सोच ग्रुप के एडमिन मास्टर अली हसन, हिंदुस्तान ग्रुप के एडमिन चौधरी मुकीम, सामाजिक हेल्प ग्रुप के एडमिन मास्टर अमजद, यूपी 17 ग्रुप के एडमिन मोहम्मद आरिफ, दाऊद हसन, अमजद खान, कारी यामीन, मोहम्मद कामिल, तालिब पहलवान, जुवेब आलम, वाली उल्ला, नौशाद मिस्त्री, मोहम्मद आरिफ, शकील अहमद, सुशील शर्मा, गुलबहार, नईम, तंजीम मास्टर, मेहरबान मास्टर, मास्टर भूरू और अरशद शामिल रहे।
हनीफ एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित यह समारोह समाज सेवा, एकता और जागरूकता का प्रतीक बनकर सामने आया। आयोजकों ने कहा कि ऐसे प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव की नींव रखी जाती है।
समाज सेवा का स्तंभ — तहसीन अली असारवी
गांव असारा में हाल ही में हुए सम्मान समारोह ने यह साबित कर दिया कि जब कोई व्यक्ति समाज की भलाई के लिए ईमानदारी और लगन से काम करता है तो पूरा समाज उसे सम्मान की नज़र से देखता है। इस अवसर पर हनीफ एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक तहसीन अली असारवी का योगदान सबसे अलग और प्रेरणादायी दिखाई दिया।
तहसीन अली असारवी का मानना है कि समाज की असली तरक्की तभी संभव है जब लोग अपनी जिम्मेदारियों को समझें और मिलजुलकर एक-दूसरे की मदद करें। यही सोच उन्हें निरंतर सेवा के पथ पर आगे बढ़ाती है।
शिक्षा और सेवा — दो पंख एक उड़ान के
हनीफ एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी की स्थापना तहसीन अली ने इसी उद्देश्य से की कि गांव और समाज में शिक्षा व जागरूकता का प्रसार हो। उनका सपना है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और सामाजिक कार्यों में युवाओं की सक्रिय भागीदारी बढ़े।
सफाई अभियान से सामाजिक एकता तक..
हाल ही में कब्रिस्तान की सफाई के लिए आयोजित अभियान में तहसीन अली की भूमिका बेहद सराहनीय रही। उन्होंने न केवल लोगों को इस कार्य से जोड़ा, बल्कि यह भी दिखाया कि साफ-सफाई सिर्फ जगह की नहीं, बल्कि समाज की सोच की भी होती है।
नेतृत्व की मिसाल..
UP पुलिस में तैनात तहसीन अली की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वे हमेशा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हैं और समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का प्रयास करते हैं। वे खुद को कभी बड़ा नहीं मानते, बल्कि समाज का एक सेवक मानकर काम करते हैं। यही वजह है कि ग्राम प्रधान से लेकर युवाओं तक, हर कोई उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखता है।
प्रेरणा का स्रोत..
आज असारा गांव की यह मिसाल बाकी गांवों के लिए भी एक प्रेरणा है। तहसीन अली असारवी ने यह दिखाया कि अगर नीयत साफ हो और इरादे मजबूत हों तो सामाजिक बदलाव की नींव आसानी से रखी जा सकती है।
✨ निष्कर्ष..
तहसीन अली असारवी केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक सोच हैं — वह सोच जो समाज को जोड़ती है, लोगों को प्रेरित करती है और आने वाली पीढ़ियों को जिम्मेदारी निभाने की राह दिखाती है।
उनके प्रयासों को सलाम, और कामना है कि यह सेवा-यात्रा यूं ही आगे बढ़ती रहे।
प्रस्तुति: इरशाद राणा
समाचार संपादक
ट्रू स्टोरी।