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पत्नी चुनाव कराकर लौटी, संक्रमित हुए शिक्षिका के पति की कोरोना संक्रमण से साँसे टूटी

मुजफ्फरनगर के वहलना के उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका ने पंचायत चुनाव में ड्यूटी की थी। वापस लौटने पर अध्यापिका का स्वास्थ्य खराब हुआ। चपेट में आये उनके पति। जिसके बाद कोरोना संक्रमित संजीव पंवार निवासी जाट कॉलोनी की मौत हो गई। माना जा रहा है पंचायत चुनाव में मतदान के बाद ही महिला व उनके पति की तबियत खराब हुई और पति की मौत हो गई।

2 खंड शिक्षा अधिकारी व आधा दर्जन ए आर ओ भी आये जद में
पंचायत चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारी भी कोरोना की चपेट में है। गत दिवस अपर जिलाधिकारी वित्त आलोक कुमार कोरोना पॉजिटिव पाये गए थे। अब चरथावल की खंड शिक्षा अधिकारी अलका अग्रवाल व जानसठ के बी ई ओ दिनेश कुमार भी कोरोना संक्रमित निकले। इसके अलावा बघरा ब्लॉक के 6 ए आर ओ कोरोना संक्रमित होकर अपना इलाज करा रहे है।

नेताजी के टेलीफोनिक आदेशो पर कटती रही डयूटी, जिसे जरूरत थी वोह तड़फता रहा

ग्रेन चैम्बर इंटर कॉलिज के क्लर्क अमृत की कोरोना से हुई मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे है। खुद अमृत ने अपने सगे भाई को फोन करके बताया था कि सेक्टर मजिस्ट्रेट उनकी बात नही सुन रहे। बड़े अधिकारी फोन रिसीव नही कर रहे। इस तरह तो वह मर जायेगा। जिसके बाद परिजन दौड़े तो शाम के समय हालत खराब मिली। कहा जा रहा है कि विकास भवन स्थित सी डी ओ कार्यालय से 100 से ज्यादा ऐसे लोगो को चुनाव डयूटी से कार्य मुक्त किया गया, जो जनप्रतिनिधियों व भाजपा नेताओ से सिफारिश करा चुके थे। ऐसे में क्या अमृत की ड्यूटी कटना जायज था। मगर इसे संवेदनहीनता ही कहा जायेगा कि किसी ने भी उसकी न सुनी, और एक जान चली गई।

चुनाव निपटते ही 20 प्रतिशत कर्मचारी आये लपेटे में

मुजफ्फरनगर के सैंकड़ो बेसिक शिक्षक सहारनपुर भी पंचायत चुनाव का पहला चरण कराने के लिए गए थे। वहां से लौटने के बाद भी कई बेसिक शिक्षक कोरोना पीड़ित हो गए। जिसके बाद उनकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई तो महकमे को मजबूरन उनकी डयूटी काटनी पड़ी।

लगभग 200 कर्मचारी झेल रहे ड्यूटी का दंश

पंचायत चुनाव में भारी भीड़ के बीच वोटिंग का जिम्मा पोलिंग टीम व पुलिस का ही होता है। पोलिंग पार्टियां रवानगी के वक्त ही साफ हो गया था कि खराब ‘इंतजामिया’ कही न कही नुकसान जरूर करेगा। अब साफ हुई तस्वीर बता रही है कि पुलिस महकमे व शिक्षा विभाग के साथ चुनाव में ड्यूटी करने वाले विभिन्न महकमो में यह वायरस घुस गया है। इस समय लगभग 200 कर्मचारी संक्रमित है। इनमे इंटर कॉलीजो के 50, बेसिक के 45, पुलिस व अन्य विभागों के 100 से ज्यादा कर्मी शामिल है।

” जिस तरह हालात खराब हो रहे है ऐसी स्थिति में तीसरे चरण का चुनाव टालने के लिए चुनाव आयोग को लिखा गया है। जिस तरह प्रथम व द्वितीय चरण के मतदान के दौरान लापरवाही हुई उसके नतीजे में पोलिंग कर्मी अब काल का ग्रास बन रहे है। इसमें गलती सरकार की । समय रहते निर्णय लिया जाए, अन्यथा स्थिति भयावह हो सकती है।
” विनय कुमार सिंह प्रदेश अध्यक्ष प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक संघ।

”जो कर्मचारी संक्रमित हुए है, उनके इलाज़ की जिम्मेदारी प्रशासन ले और बेहतर इलाज कराए। कई स्थानों पर चुनाव के दौरान लापरवाही सामने आई है। बीमार कर्मचारियों की ड्यूटी नही काटी गई। जिसके चलते हालात खराब हुए। यहां तक कि 7 माह की
गर्भवती कर्मचारी,एकल परिवार से जुड़ी महिलाओं को भी दरकिनार किया गया। शासनादेश के बावजूद शासकीय कर्मचारी पति पत्नी में से एक कि डयूटी नही काटी गई।”
अरशद अली
अध्यक्ष सदर ब्लॉक जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ मुजफ्फरनगर।

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