वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार बहाल कराने मे कामयाब हुए खतौली चेयरमैन..

UP : मुज़फ्फरनगर के खतौली मे तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए नगर पालिका परिषद चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू हाईकोर्ट से स्टे प्राप्त करके अपने वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार बहाल कराने में कामयाब हो गए हैं। वही चेयरमैन हाजी लालू के कोर्ट से स्टे होने सूचना मिलने पर जहा उनके विरोधियों में मायूसी छा गयी। वही चेयरमैन समर्थकों में हर्ष की लहर दौड़ गयी। इस दौरान समर्थकों ने जीटी रोड लोगों को मिठाई बांटकर जमकर खुशी मनाई।
बता दे विगत 11 दिसम्बर को शासन ने नगर पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए थे। जिसके बाद खतौली एसडीएम अपूर्वा यादव ने नगर पालिका परिषद का चार्ज अपने हाथ में ले लिया था। तभी से चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू कोर्ट में उक्त प्रकरण पर स्टे की जुगत में लगे हुए थे। ज्ञात हो नगर निकाय चुनाव में नगर पालिका परिषद खतौली अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग हेतु आरक्षित होने पर हाजी शाहनवाज लालू ने पालिका अध्यक्ष पद का चुनाव रालोद सपा गठबंधन प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर भाजपा उम्मीदवार को हराकर भारी मतों से जीत हासिल की थी। इसके बाद पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू के सामने चुनाव लड़कर हारे निर्दलीय प्रत्याशी कृष्णपाल सैनी ने जिलाधिकारी अरविंद मल्लपा बंगारी से हाजी लालू के सामान्य जाति से होने के बावजूद पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण पत्र लगाकर चुनाव लडने की शिकायत की थी। शिकायत के संज्ञान में जिला स्तरीय जांच समिति ने हाजी शाहनवाज लालू के पिछड़े वर्ग के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की संस्तुति की थी। जिसके बाद तहसीलदार खतौली ने हाजी शाहनवाज लालू का पिछड़े वर्ग का जाति प्रमाण पत्र जांच उपरांत निरस्त कर चेयरमैन के खिलाफ खतौली थाने धोखाधड़ी करने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिला स्तरीय समिति द्वारा अपने पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र को निरस्त किए जाने की अपील चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू ने मंडलायुक्त सहरानपुर के यहां की थी। मगर मंडलायुक्त द्वारा जांच समिति ने हाजी शाहनवाज लालू के पिछड़े वर्ग के जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करके इनकी अपील खारिज कर दी थी। इस बीच शासन द्वारा कारण बताओं नोटिस भेजकर पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू से उक्त प्रकरण में 15 दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया था। इस दौरान बीती 11 दिसंबर को शासन ने मामले में कार्यवाही करते हुए पालिका चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज किए जाने का फरमान जारी कर दिया था। जिसके खिलाफ चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू ने हाईकोर्ट की शरण ली थी। एक माह तक कोर्ट में लंबी सुनवाई के बाद मंगलवार को हाई कोर्ट ने चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज किए जाने के शासनादेश पर स्टे दे देकर उन्हें राहत प्रदान की है। वही खतौली में चेयरमैन हाजी लालू को हाईकोर्ट द्वारा स्टे दिए जाने की सूचना मिलते ही। जहा उनके विरोधियों में मायूसी छा गयी। वही चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू के समर्थकों में खुशी का माहौल है, समर्थकों ने मिठाई बांटकर इसे असत्य पर सत्य की जीत बताया है।