दबंगों ने उखाड़े विद्युत विभाग के पोल, चकरोड़ पर था अवैध कब्जा, 2 दिन का अल्टीमेटम

लेखपाल ने मौके पर पहुंचकर की जांच, अवैध कब्जा हटाने के लिए दिया दो दिन का समय
ग्रामीण भी लम्बे समय से कर रहे थे अवैध कब्जे की शिकायत
कौसर चौधरी
मुजफ्फरनगर। चकरोड़ पर विद्युत विभाग द्वारा 11 हजार की लाइन के लिए लगाये गये विद्युत पोल को इस चकरोड़ पर लम्बे समय से कब्जा करने वाले दबंगों ने उखाड़ फेंका। दबंगों का दावा था कि जिसे विद्युत विभाग चकरोड़ बता रहा है, वह उनके खेत हैं। विद्युत विभाग की शिकायत पर मौके पर पहुंचे लेखपाल ने मामले की जांच कर बताया कि जहां खम्बे गाड़े गये थे, वह खेत नहीं, बल्कि चकरोड़ ही है। लेखपाल ने चकरोड़ पर कब्जा करने वालों को कागजों की संतुष्टि करने के लिए दो दिन का समय भी दिया है।
सदर तहसील के गांव नरा के ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से शिकायत की जा रही थी कि खसरा संख्या 454 में 7 फुट चौड़ाई व 300 मीटर लम्बाई वाली चकरोड़ पर गांव के कुछ दबंगों ने कब्जा कर रखा है, जिसके चलते मार्ग बाधित हो रहा है। ग्रामीणों द्वारा लगातार इस चकरोड़ को खाली कराये जाने की मांग की जा रही थी। मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया, जब विद्युत विभाग द्वारा इस चकरोड़ पर 11 हजार की विद्युत लाइन के लिए पोल गाड़े गये। कथित दबंगों ने विद्युत विभाग द्वारा लगाये गये पोल को यह कहकर उखाड़ फेंका कि यह चकरोड़ नहीं, बल्कि उनके निजी खेत हैं। इस बात पर विद्युत विभाग ने लेखपाल से इस मामले की जांच के लिए कहा गया। शिकायत पर पहुंचे लेखपाल भूपेन्द्र कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की जांच के बाद बताया कि खसरा नम्बर 454 में 7 फुट चौड़ी व 300 मीटर लम्बी चकरोड़ है और इसी चकरोड़ को खाली कराने की मांग ग्रामीण कर रहे थे। विद्युत विभाग द्वारा भी इसी चकरोड़ पर ही अपने खम्बे गाड़े गये थे। कब्जाधारियों ने लेखपाल की इस बात का विरोध किया, तो लेखपाल ने उन्हें दो दिन का समय देते हुए कहा कि वह रिकाॅर्ड रूम में जाकर अपने कागजों की तसल्ली कर लें, कोई भी कार्रवाई गलत नहीं की जायेगी।
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’’खसरा संख्या 454 स्थित 7 फुट चैड़ी व 300 मीटर लम्बी चकरोड़ को कब्जाने की शिकायत मिल रही थी, जिसके लिए गांव नरा में जाकर जांच की गयी, तो पाया गया कि चकरोड़ पर कुछ लोगों का कब्जा था, जिन्हें बता दिया गया कि उनके द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया है, कब्जाधारियों को कागजों को चेक करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है’’
भूपेन्द्र कुमार
लेखपाल, ग्राम नरा