जमीन के टुकड़े के लिए सगे भाईयो ने ही खून से हाथ रंगे, पुलिस ने कातिल किये अरेस्ट

शब्बीर अहमद सैफी
बुलंदशहर: कोतवाली देहात पुलिस ने संजयपाल हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसके अपने ही सगे भाई, भतीजे व भाभी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। जाँच में खुलासा हुआ कि संजयपाल की हत्या लाखों की जमीन के कारण हुई है जिसे उसके भाई, भतीजा व भाभी हड़पना चाहते थे।
गौरतलब है कि करीब तीन दिन पूर्व कोतवाली देहात क्षेत्रान्तर्गत गांव कुड़वल बनारस में ज्वार के खेत में एक अज्ञात व्यक्ति का जला हुआ शव मिला था। जिसकी शिनाख्त गांव निवासी संजयपाल पुत्र बुद्धीपाल के रूप में हुई थी। साथ ही छानबीन में पता चला कि 11/12 जुलाई को संजयपाल की अपने सगे भाई लख्मीचंद पुत्र बुद्धीपाल, भतीजे सौरभपाल व भाभी आशा के साथ जमीन बेचने को लेकर कहासुनी हुई थी। जिसके बाद संजयपाल के भाई के परिवार का नाम भी घटना में प्रकाश में आ रहा था। पुलिस ने जाँच-पड़ताल की तो प्रकाश में आया कि लख्मीचंद द्वारा गांव में बताया गया कि संजयपाल 12 जुलाई की शाम को कही चला गया है और उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। संजयपाल का जला हुआ शव मिलने पर लख्मीचंद व उसके परिवार ने संजयपाल को पहचानने से मना कर दिया था जबकि पड़ोसियों ने देखते ही उसकी शिनाख्त कर दी। पुलिस ने तीनो आरोपियों को कब्जे में लेका पूछताछ की तो पता चला कि संजयपाल व लख्मीचंद दोनों भाइयों के हिस्से में कुछ जमीन थी। जिसमे संजयपाल के हिस्से कि जमीन की कीमत करीब 70 लाख रूपये है। उसी जमीन को हड़पने के लिए आरोपियों ने संजयपाल की प्लास्टिक के बोर से मुँह दबाकर हत्या कर दी तथा उसके शव को ई-रिक्शा में ले जाकर ज्वार के खेत में दाल दिया और पहचान छिपाने के उद्देश्य से पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी तथा गांव में यह प्रचारित किया कि वह नाराज होकर कही चला गया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ई-रिक्शा को बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि संजयपाल की हत्या उसी के सगे भाई, भतीजे व भाभी ने 70 लाख की जमीन हड़पने के लालच में की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि संजयपाल की मौत शव मिलने से करीब 2-3 दिन पूर्व हो चुकी थी जबकि उसके भाई द्वारा गांव में एक दिन पूर्व ही कही जाने की बात कही गयी थी। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है तथा घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा।