मुजफ्फरनगर के ADM रहे हरीश चंद्रा को योगी सरकार ने किया बर्खास्त, 3800 करोड़ के घोटाले में थे शामिल

मुजफ्फरनगर में अपर जिलाधिकारी प्रशासन के पद पर तैनात रह चुके पी सी एस अफसर हरीश चंद्रा को शासन ने बर्खास्त कर दिया है।
प्राधिकरण में तैनाती के दौरान तत्कालीन सचिव हरीश चंद्र पर लीज बैक घोटाला करने का आरोप लगा था। सूत्रों के मुताबिक यह घोटाला 3,800 करोड़ रुपये के आसपास का था, जिसकी जांच रिपोर्ट मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने शासन को प्रेषित की थी। इसके अलावा अगस्त 2018 में भी रिटायर्ड कर्नल के साथ हुए विवाद में भी वह सुर्खियों में रहे।प्राधिकरण में लीज बैक करने के नाम पर वर्ष 2011 में हुए घोटाले में तीन लाख इक्यासी हजार वर्गमीटर से अधिक जमीन नियमों को दरकिनार कर बाहरी लोगों समेत तीन निजी कंपनियों के नाम कर दी गई। अंतर विभागीय जांच में पर्दाफाश हुआ था कि गांव के गैर निवासी व निजी कंपनियों को 175 वर्गमीटर से 15,340 वर्गमीटर के भूखंडों की लीज बैक की गई। एक्सप्रेस-वे पर शहदरा गांव के पास स्थित इस जमीन की कीमत बाजार दर के हिसाब से 3800 करोड़ रुपये आंकी गई थी। लीज बैक के नियमों का उल्लंघन कर जमीन दिए जाने के मामले में उस दौरान प्राधिकरण के नायब तहसीलदार मनोज कुमार को तत्काल कार्यमुक्त कर दिया गया है। वहीं घोटाले को अंजाम देने के आरोप में तत्कालीन प्राधिकरण सचिव हरीश चंद और तत्कालीन विशेष कार्याधिकारी (लैंड) अजय श्रीवास्तव को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई करने की संस्तुति की गई थी।
चर्चा में रह चुके है हरीश
दूसरा मामला 20078 का था,एडीएम हरीश चंद्रा की पत्नी ने सेक्टर-29 निवासी रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र प्रताप सिंह चौहान पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। सेक्टर-20 पुलिस ने आनन-फानन में रिपोर्ट दर्ज करते हुए कर्नल को कोर्ट भेज दिया था। कोर्ट ले जाते समय पुलिस ने कर्नल को चोरी के आरोपी के साथ हथकड़ी लगाकर भेजा था। घटना के बाद हंगामा मचा तो एसएसपी ने सीओ अनित कुमार का तबादला करते हुए दादरी सर्किल में तैनात कर दिया था और इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना को लाइन हाजिर कर दिया था । मामले में चौकी इंचार्ज रवि तोमर और मुंशी को निलंबित किया गया था। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीएम हरीश चंद्रा को निलंबित कर दिया था , एडीएम उस समय मुज़फ्फरनगर में अपर जिलाधिकारी प्रशासन के पद पर तैनात थे। उनके खिलाफ धारा 307 में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। एडीएम के पक्ष ने बताया था कि हरीशचंद्र का परिवार फ्लैट नं. 644 सेक्टर 29 में रहता है वहीं नीचे फ्लैट नंबर 645 में रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र सिंह चौहान रहते हैं। एडीएम का आरोप था कि कर्नल काफी समय से एडीएम की पत्नी को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली-गलौज करते थे। 14 अगस्त को सार्वजनिक पार्क में कई महिलाओं की मौजूदगी में कर्नल ने अभद्र व्यवहार किया तो मंजुला धर नामक महिला ने सौ नंबर डायल कर पुलिस बुला ली,जिसके बाद पुलिस ने कर्नल को हिरासत में ले लिया था जिसके चार दिनों बाद वीरेंद्र सिंह चौहान ने भी 18 अगस्त को एडीएम और उनकी पत्नी सहित अन्य लोगों पर केस दर्ज कराया था। हरीश चंद्र की पत्नी उषा चंद्रा हाल ही में हुए एम एल सी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ी थी। मगर पराजित हो गई थी।




