वो कत्ल करे हैं या करामात करे हैं…???

अधिकारियों की मौजूदगी में जे सी बी ने रौंद डाला इमली का हरा भरा पेड
पेड़ पर लगे मधुमक्खियों के छत्ते को भी तोड़कर लाखों मधु मक्खियों को मसलने की की कार्रवाई
काज़ी अमज़द अली
मुज़फ्फरनगर।एक ओर सरकार गरीबो को आवास देने व पर्यावरण सुरक्षा के प्रयास में जुटी हुई है,वहीं गाँव मे पँचायत भवन निर्माण को लेकर गरीबो के आशियाने को तोड़ने सरकार द्वारा बनाये गए शौचालय को भी तोड़ने पहुँची अधिकारियों की टीम ने गरीब के आंगन में खड़े इमली के हरे भरे वृक्ष को बर्बरता पूर्वक जे सी बी मशीन द्वारा रौंदने के कार्य को अंजाम दिया है। साथ ही इमली के पेड़ पर लगे मधुमक्खियों के छत्ते को तोड़कर लाखों मधुमक्खियों को मसल कर मार दिया गया है।पीड़ित गरीब परिवार ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री से मदद की मनुहार लगाई है ।
दरअसल मामला मुज़फ्फरनगर जनपद की खतौली तहसील क्षेत्रान्तर्गत गाँव मोहम्मदपुर माफी का है। जहाँ गाँव में पँचायत भवन के निर्माण के नाम पर गरीब परिवारों की भूमि पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई का बिगुल फूंका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गाँव मे पँचायत भवन के नाम पर 18 लाख की बड़ी राशि सरकार द्वारा खर्च किये जाने का प्रावधान है। इसी प्रकरण में गाँव में पड़ी ऊसर भूमि को छोड़कर गाँव की राजनीति के सापेक्ष कार्रवाई करते हुवे अधिकारियों ने उन गरीबो के आवास को चुना है।जो पिछले पचास वर्षों में तीन पीढियां गुज़र जाने के बाद भी अपने मकान भी ठीक से नही बना पाये हैं। वहीं कानून को धता बताते हुए मौके पर उपस्थित कानूनगो ने गरीब के आंगन में खड़े इमली के पेड़ को जेसीबी मशीन द्वारा खुर्द बुर्द करवाने के कार्य को अंजाम दे डाला है। वहीं इस भूमि को लेकर मामला न्यायालय में विचाराधीन बताया गया है, जिसके कागज़ात भी गरीब ग्रामीणो ने कानूनगो को दिखाए। इस सबके बावजूद कानूनगो द्वारा कानून के विरुद्ध जाकर की गयी कार्रवाई किसी राजनीतिक साजिश का संकेत देती प्रतीत होती है । वही प्रशासनिक विवेक के विपरीत इमली के पेड़ को रौंदने व लाखों मधुमक्खियों को मसलने तथा बिना नोटिस दिए कि गयी कार्रवाई को लेकर गरीब ग्रामीणो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है वहीं गरीबो पर की गयी कार्रवाई पर भाकियू ने भी भारी रोष प्रकट करते हुवे दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।