30 दिन बाद भी किडनैप किशोरी नही हो पाई बरामद, पीड़ित परिवार ने लगाई फरियाद

प्रदेश में बेटी बचाओ के नारे के बीच मुज़फ्फरनगर में 13 साल की बेटी किडनेप है, 1 माह में भी कोई सुराग नही मिला। परिवार को हत्या की आशंका है। परिवार का आरोप है कि सिखेडा थाना पुलिस मुल्जिमों से साज खाये है।।@muzafarnagarpol @dgpup pic.twitter.com/CUOZwpN3Fj
— True Story (@TrueStoryUP) September 8, 2021
मुजफ्फरनगर में किशोरी के अपहरण के मामले में एक माह बाद भी पुलिस बरामदगी नहीं कर पाई। इसके बाद अब किशोरी के परिजन एसएसपी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी बेटी की हत्या की आशंका जताई हैं। इनका कहना था कि पांच लागों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था। यहां तक की इस मामले में एक बड़ी साजिश हैं। जिसके साजिशकर्ता भी खुले घूम रहे हैं। यह मामला उस समय ओर ज्यादा पेचीदा हो गया जब परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया तो सभी पांच आरोपी दूसरे समुदाय के निकले। जिसके चलते दो समुदाय के लोगों के बीच तनातनी भी बनी हुई है। लेकिन पुलिस इस मामले में आरोपियों को खुली छूट दे रही है। जिसके चलते साम्प्रदायिक तनाव भी बन सकता हैं।
मामला सिखेडा थाना क्षेत्र के ग्राम सिखरेडा का है। जहां के निवासी वकील पुत्र नूर मौहम्मद ने दस अगस्त को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी को 8 अगस्त को ग्राम सिखरेडा भगवानपुर निवासी अर्जुन उर्फ काला, अमित पुत्र जनेश्वर व मोनू पुत्र नेपाल सहित पांच लोग अपहरण करके ले गये थे। इस मामले में प्रमुख षडयंत्रकर्ता एवं शरणकर्ता सौरभ पुत्र रामफल निवासी ग्राम इलाहाबास भोपा है। इन सभी लोगों के खिलापफ थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। लेकिन घटना के एक माह बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को खुली छूट दे दी। जिसके चलते अब परिवार को लग रहा है कि उनकी बेटी की हत्या करके शव को कहीं छुपा दिया गया हैं। इस मामले में पुलिस कप्तान के कार्यालय में पहुंचे परिजनो ने आरोप लगाया कि सिखेडा पुलिस व आरोपियों के बीच सैटिंग हो चुकी है। जिसके चलते उसकी बेटी को तलाश नहीं किया जा रहा हैं। अपहरण के इस मामले में पुलिस कटघरे में है तो वहीं पीडि़त परिवार दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। पीडि़त वकील ने बताया कि आरोपी दबंग किस्म के है। उनके परिवार के लोग पीडि़तों को धमका रहे है कि यदि इस मामले की पैरवी की गई तो अच्छा नहीं होगा। इसके बावजूद भी परिवार के लोग हिम्मत करके पुलिस कप्तान के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी फरियाद सुनाई। इनका कहना था कि आरोपियों की दबंगता इतनी है कि कोई भी इनके खिलाफ शिकायत करने के लिए तैयार नहीं होता। आरोपियों के परिवार की कुछ महिलाओं की भी शिकायत की गई जो कि गांव के लोगों पर जुल्म व ज्यादती करती है। फिलहाल तो पुलिस कप्तान कार्यालय पर मौजूद SP City अर्पित विजयवर्गीय ने प्रार्थना पत्र लेकर उन्हें आश्वासन देकर भेज दिया। इनका कहना था कि जल्दी ही उनकी बेटी बरामद करा दी जायेगी। इसके बाद पीड़ित परिवार मायूस होकर अपने घर वापस लौट गया।