मेरठ मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सैंटर को मिला न्यूरोलॉजिस्ट

–लंबे समय से खाली चल रहा था पद, अब मरीजों को मिलेगी सुविधा
मेरठ। लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में चल रहे ट्रांमा सेंटर में अब मरीजों को न्यूरोलॉजिस्ट विशेषज्ञ न होने के कारण वापस नहीं लौटना पडेगा। शासन स्तर से न्यूरोलॉजिस्ट डा. अखिल प्रकाश ने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
बता दें मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार 2013-14 में केंद्र सरकार से लेवल दो स्तर के ट्रॉमा सेंटर बनाने के लिए 80 लाख रुपये मिले थे। मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन विभाग के अंतर्गत ट्रॉमा सेंटर में वार्ड और तीन ऑपरेशन थियेटर बनाए गए थे। केंद्र ने राज्य सरकार को 4.22 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। ट्रॉमा सेंटर के लिए न्यूरो सर्जन, एनेस्थीसिया, प्लास्टिक सर्जन, सर्जरी, मेडिसिन विशेषज्ञ समेत पैरा मेडिकल स्टॉफ के पद भी सृजित किए गए थे। ट्रांमा सैंटर में स्थायी न्यूरो सर्जन की नियुक्ति न होने के कारण घायलों को ट्रॉमा की सेवाएं मयस्सर नहीं हो रही थी।
मिल रहा सामान्य इलाज
दरअसल, ट्रॉमा सेंटर का मतलब है कि बर्न, एक्सीडेंट, हेड इंजरी, आंख में चोट जैसी गंभीर स्थिति में घायलों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार का उपचार मिले। लेकिन, न्यूरो सर्जन न होने के कारण मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पडता था।
केजीएमयू से एमसीएस की डिग्री पास आऊट है डा. अखिल
मेडिकल कालेज के ट्रॉमा सेंटर के डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरो सर्जरी में पदभार ग्रहण करने वाले डा. अखिल प्रकाश ने बताया कि वे सिर की हड्डी के विशेषज्ञ है। उन्होंने लखनऊ के केजीएमयू से 2010 में एमसीएस की डिग्री हासिल की है। अपनी प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश होगी कि ट्रॉमा सेंटर में आना वाला कोई भी मरीज उपचार के बिना वापस न लौटे। उनका बेहतर तरीके से उपचार किया जाएगा।
लंबे समय से मेडिकल कालेज में चल रहे ट्रांमा सेंटर में न्यूरो सर्जन की कमी महसूस की जा रही थी। डा. अखिल प्रकाश के ज्वाइन करने से यह कमी पूरी हो गयी है। अब मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पडेगा।
डा. ज्ञानेन्द्र कुमार, प्राचार्य मेडिकल कालेज-मेरठ