दरोगा की शिकायत होते ही करा दिए कथित पीडिता के बयान, सवालो के घेरे में दरोगा सुरेंद्र राव
मुजफ्फरनगर। पारिवारिक विवाद प्रकरण में विवेचक की भूमिका पर सवाल खडे हुए तो तत्काल ही पुलिस एक्टिव मोड में आ गई। जिस मुकदमे में खुद पुलिस कप्तान जांच के बाद कायर्वाही की बात कह रहे थे उसमे दरोगा ने शिकायत होते ही 24 घंटे के भीतर कथित पीड़िता के धारा 164 के बयान भी अदालत में दर्ज करा दिये। अब आरोप लग रहा है कि पुरकाजी के एक कथित दलाल से हुए लेनदेन के बाद सब इंस्पेक्टर ने बयान करा दिये है। जबकि मुकदमा दर्ज हुए एक महीने से ज्यादा का अरसा बीत चुका था। खुद दरोगा एवं एक दलाल दूसरे पक्ष पर नौ लाख रूपये में समझौता करने का दबाव बना रहे थे। अब उन्हें लगा कि यह मामला अफसरो के संज्ञान में आ गया है तो तत्काल ही बयान करा दिये गये। जबकि नामजद पैरालाईसेस का शिकार है और चलने फिरने में भी असमर्थ है।
गत दिवस मौहल्ला मंडी बुढाना निवासी शहजाद खान बिट्टू पुत्र कमर खां ने अफसरो को दी गई लिखित शिकायत में बताया कि उसके छोटे भाई आजम की शादी दस महीने पहले पुरकाजी के मौहल्ला शहरदारान निवासी निशा के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही उसके छोटे भाई की पत्नी अपने प्रेमियों से लगातार फोन पर संपर्क रखती थी। कुछ दिन पहले शहजाद ने उसे बात करते हुए पकड लिया था। इसी बात को लेकर छह सितम्बर को इन लोगों ने पुरकाजी थाने पर सैटिंग का खेल करके एक मुकदमा दर्ज करा दिया था। इसकी जानकारी उन्हें उस समय मिली जब सब इंस्पेक्टर सुरेन्द्र राव उनके घर पहुंचे थेे। उन्होंने बताया कि परिवार के कई लोगों के खिलाफ बलात्कार, छेडछाड व मारपीट आदि की धराओं में मुकदमा लिखा गया हैं। इस मामले में 70 साल के बीमार की भी नामजदगी बलात्कार में हुई थी। तभी से दबाव बन रहा था कि नौ लाख रूपये देकर समझौता हो जायेगा। पुरकाजी निवासी एक दलाल जिसका नाम बशारत बताया गया है वह सब इंस्पेक्टर से सैटिंग करके दोनो पक्षों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था। इधर शहजाद खान द्वारा अफसरो को दरोगा की भूमिका पर सवाल खडा करते हुए शिकायती पत्र दिया गया तो दरोगा चिढ गये और तत्काल ही कथित पीड़िता को कोर्ट ले जाकर उसके धरा 164 सीआरपीसी के बयान करा दिये। शहजाद का आरोप है कि सब इंस्पेक्टर सुरेन्द्र राव लगातार उन पर फैसले का दबाव बना रहे है। जब उन्होंने साफ मना कर दिया तो विवाहिता के अदालत में ले जाकर बयान दर्ज कराये गये। इससे पहले यह मामला लम्बित चला आ रहा था। क्योकि दरोगा को आस थी कि दोनो पक्षों के बीच वह मोटा लेनदेन करके समझौता कराने में कामयाब हो जायेगे। इस सम्बन्ध् में ट्वीटर पर भी पुलिस कप्तान अभिषेक यादव के हवाले से मुजफ्फरनगर पुलिस के ट्वीटर हैंडल से भी यह आश्वासन दिया गया था कि इस मामले में पुरकाजी पुलिस द्वारा बारिकी से जांच करने के बाद ही कोई कायर्वाही की जायेगी। क्योकि नामजद पक्ष का आरोप था कि इस मामले में 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग को ही रेप के मामले में नामजद करके पुलिस ने बड़ा खेल किया है। पुरकाजी निवासी दलाल के इशारे पर यहां की पुलिस काम कर रही हैं।