राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले शिक्षको ने लेखाधिकारी दफ्तर का किया घेराव, रोकी गई अग्रिम कटौती

मुजफ्फरनगर में त्यौहारी सीजन में अचानक ही शिक्षकों का उत्पीड़न शुरू हुआ, तो शिक्षकों के प्रमुख संगठन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले सैंकड़ों शिक्षकों ने लेखाधिकारी कार्यालय में घेरा डाल दिया, जिसके बाद विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया कि कोई अग्रिम कटौती नहीं होगी, जिस तरह पहले से ही व्यवस्था चली आ रही है, उसी आधर पर काम होता रहेगा। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष अरविंद मलिक ने बताया कि संगठन की ओर से अक्टूबर माह के वेतन से अग्रिम टैक्स के नाम पर की जाने वाली कटौती का विरोध किया गया। विभाग द्वारा अचानक से अध्यापकों के वेतन से अग्रिम टैक्स के नाम पर 5000 से लेकर 10000 तक की कटौती करने की तैयारी चल रही थी, जिसका पता लगने पर अध्यापकों में रोष उत्पन्न हो गया था। जिसकी सूचना अध्यापकों द्वारा संगठन के पदाधिकारियों को दी गई नियम विरुद्ध आवश्यकता से ज्यादा टैक्स कटौती के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारी सैकड़ों अध्यापकों के साथ शाम 4 बजे लेखा कार्यालय में पहुंच गए और उन्होंने टैक्स कटौती का विरोध किया। जिसके बाद अफसरों ने जिलाध्यक्ष अरविंद मलिक से वार्ता की। इसके बाद संगठन के पदाधिकारियों द्वारा घोषणा की गई कि जब तक अध्यापकों के वेतन से अनावश्यक अग्रिम कटौती को नहीं रोका जाएगा, तब तक कोई भी अध्यापक संगठन पदाधिकारी अपने घर नहीं जाएगा। शिक्षकों के कड़े रुख के बाद लेखाधिकारी द्वारा अध्यापकों व पदाधिकारियों के सामने ही अनावश्यक अग्रिम टैक्स कटौती को रुकवा दिया गया, जिसकी पुष्टि होने के पश्चात ही अध्यापक अपने घर गए। इस दौरान राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संरक्षक रविंद्र सिमली, जिला अध्यक्ष अरविंद मलिक, संजीव वर्मा, पुष्पेंद्र चौधरी अध्यक्ष ब्लॉक बघरा, गोविंदा शर्मा, गुलफाम अहमद, रोहित चौधरी सोनू कुमार, जयदीप, क्षितिज नेगी, विदुषी चौधरी, गीता बालियान, भावना मलिक आदि उपस्थित रहे।