उर्दू बेदारी फोरम ने मनाया मातृभाषा दिवस

उर्दू बेदारी फोरम के तत्वावधान में मुजफ्फरनगर के उर्दू घर में मातृभाषा सप्ताह के तहत मातृभाषा दिवस मनाया गया। उर्दू बेदारी फोरम के तत्वावधान में मुजफ्फरनगर के योगेंद्रपुरी में उर्दू घर पर मातृभाषा सप्ताह का आग़ाज़ किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने उर्दू भाषा के प्रचार और संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के संयोजक मास्टर शहजाद अली ने की। उन्होंने कहा कि ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने 21फरवरी 1952 को बंगला भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा देने की मांग की। मगर सरकार ने उनकी मांग मानने की बजाय उन पर लाठी चार्ज कर दिया और चार छात्रों की मौत हो गई थी,मगर उनकी मांग जारी रही, संयुक्त राष्ट्र संघ ने नोटिस लिया और 17 नवम्बर 1999 को उसी दिन (21फरवरी) को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया।इसी क्रम में उर्दू बेदारी फ़ोरम मुजफ्फरनगर ने मातृभाषा सप्ताह मनाने का निर्णय लिया।पूरे सप्ताह शहर में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में उर्दू के प्रचार प्रसार के लिए नुक्कड़ सभाएं आयोजित होंगे।सब घर और दुकानों की नेम प्लेट हिंदी के साथ उर्दू में भी लिखी जाएंगी। इस अवसर पर UDO कॉर्डिनेटर तहसीन अली,मौलाना सदाक़त अली, विभागाध्यक्ष दारुल उलूम देवबंद, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। यहाँ उन्होंने विभिन्न विषयों जैसे कि उर्दू के महत्व, उर्दू के प्रचार, उर्दू के संरक्षण के बारे में विस्तार से बताया। ऐसा किया जाना चाहिए कि उन्होंने कहा कि मस्जिदों और स्कूलों को इस काम का केंद्र बनाया जाना चाहिए। शिक्षकों की नियुक्ति करके उर्दू कक्षाओं को व्यवस्थित तरीके से शुरू किया जाना चाहिए।अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर उर्दू बेदारी फ़ोरम व उर्दू डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन के कॉर्डिनेटर तहसीन अली ने कहा कि उर्दू भाषी लोगों को सरकारी कार्यालयों में उर्दू में आवेदन करना चाहिए ताकि उनकी मातृभाषा उर्दू जीवित रहे। और आगामी जनगणना में मातृभाषा के कोलम में अपनी मादरी जबान उर्दू ही लिखवाए।कार्यक्रम में शराफ़त अली जिला अध्यक्ष उर्दू टीचर्स वैलफेयर एसोसिएशन, गुलफाम अहमद,डा.रियाज़ अली,महबूब आलम एडवोकेट, मास्टर यूसुफ खान, डॉ। अतहर कमाल, मोहम्मद जुनैद ज़रीफ़,तराबुदीन, साकिब निसार, डॉ। अब्दुल्ला, हुसैन त्यागी, शोज़ाई जैदी, मास्टर मेहबूब, मास्टर मेहरबान अहमद, मोहम्मद अबुल हसन,साद हैदर,असद हैदर, मोहम्मद सऊद ने विशेष रूप से भाग लिया।