तिरुपति बालाजी कन्या महाविद्यालय में जनरल रावत को दी गई अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि

मेरठ। देश के जाबाज़ सपूतों को खोकर आज किसकी आँखे नम ना हुई होंगी,किसका कलेजा ना विचलित हुआ होगा, हाँ ये सच है इस ह्रदय विदारक घटना को सुनकर पूरा देश स्तब्ध रह गयाl तिरुपति बालाजी कन्या महाविद्यालय ख़जूरी की स्वयं सेविकाओं ने कुन्नूर की पहाड़ियों मे क्रेश होने वाले हैलिकोप्टर मे वीर गति को प्राप्त देश के जाबाज वीर सपूतों को दो मिनट का मोन रखकर प्रभु से प्रार्थना की।
डॉ भावना ने बताया कि सीडीएस जनरल विपिन का जन्म पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड मेँ 16 मार्च 1958 को हुआ, इनकी शिक्षा देहरादून से शुरू करके कक्षा 12 सेंट एड वर्ड स्कूल शिमला में हुई। नेशनल डिफेन्स अकादमी खड़कवासला एनडीए करके आईएमए मे इनको स्क्वार्ड ऑफ़ ऑनर पुरुस्कार मिला l थल सेना से सेवानिवृत होने पर इन्हे इनकी योग्यता और दूरदर्शिता से प्रभावित होकर भारत सरकार ने इन्हे तीनो सेनाओं का चीफ ऑफ़ डिफेन्स बनाया, जनरल रावत का एक सपना था जीवन के अंतिम समय मे अपने पैतृक गांव मे बाकी समय बिताने का जो अधूरा रह गया l ऐसे व्यक्तित्व को याद करके हमारा मन आज बहुत विचलित है, हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी है। उनका कहना था हम सामने की एक गोली चलने पर अपनी गोली नहीं गिनते। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ ओमकार त्यागी, एमपी त्यागी, डॉ रश्मि मिस्बाह, सोनिया, इंदु, किरण, अंशिका, गज़ाला, तनु, शैली अमित कुमार, कृष्णा देवी मौजूद रहे।