एजुकेशन

सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ विदुषी सम्मान का आयोजन

-देशभर की सशक्त महिलाओं को उत्कृष्ट कार्य करने पर सुभारती विश्वविद्यालय ने किया सम्मानित
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में विश्व महिला दिवस पर देशभर की सशक्त महिलाओं को सम्मानित करके लैंगिक समानता को प्रोत्साहन दिया गया। इस उपलक्ष में विदुषी सम्मान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मांगल्या प्रेक्षागृह में मुख्य अतिथि एआईयू दिल्ली की सेक्रेट्री जनरल डा. पंकज मित्तल ने सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमति स्तुति नारायण कक्कड, दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की कुलपति डा.निहारिका वोहरा, दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति डा. सिन्गधा पटनायक, मेरठ की लोकपाल अंशू त्यागी, कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज एवं कार्यक्रम संयोजक फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के डीन डा. आर. के. घई ने मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन करके कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ किया।
स्वागत भाषण को सम्बोधित करते हुए कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के. थपलियाल ने सभी को विश्व महिला दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस बार महिला दिवस की थीम लैंगिक समानता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय में नारियों को सशक्त बनाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है, जिसमें संघमाता डा. मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउण्डेशन की ओर से महिलाओं के उत्थान हेतु कार्य किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय में कुलाधिपति, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक आदि पदों का महिलाएं नेतृत्व करके नारी शक्ति का उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। मुख्य अतिथि एआईयू दिल्ली की सेक्रेट्री जनरल डा. पंकज मित्तल ने कहा कि महिलाएं प्रकृति की सबसे विशेष रचना है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी योग्यता से समाज के हर कार्य को साहस के साथ कर सकती है। उन्होंने कहा कि शिक्षित नारी ही समाज में बदलाव लेकर आती है इसलिय सभी महिलाओं को शिक्षित होकर अपने अधिकारों से परिचत होने की आवश्यकता है। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा लैंगिक समानता हेतु किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए सभी को विश्व महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमति स्तुति नारायण कक्कड ने कहा कि देश के विकास में महिलाओं की अग्रणीय भूमिका है और आज के समय में जिस प्रकार हर क्षेत्र में महिलाएं सफलता का परचम लहरा रही है उससे हमारे देश को गति मिल रही है। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय लैंगिक समानता पर बल देकर कार्य कर रहा है और विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाली छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु विशेष कार्यक्रम के माध्यम से उनमें कौशल विकास के गुण रोपित करके दक्ष बनाया जा रहा है।
इनको किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के संयोजक फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के डीन डा. आरके घई ने बताया कि कार्यक्रम में देशभर की प्रतिभाशाली महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए विदुषी सम्मान से सम्मानित किया गया है। जिसमें एआईयू दिल्ली की सेक्रेट्री जनरल डा. पंकज मित्तल, दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की कुलपति डा. निहारिका वोहरा, कवयित्री अनामिका जैन अम्बर, डा. पूनम देवदत्त, डा. रेणू भगत, रिचा सिंह, पदमश्री नलनी अस्थाना, पदमश्री कमालिनी अस्थाना, डा. क्रिस्टीना, मेरठ लोकपाल अंशू त्यागी, डा. सिन्गधा पटनायक आदि महिलाओं को विदुषी सम्मान देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज ने दिया। उन्होंने महिलाओं को शिक्षित होकर जागरूकता के साथ समाज की मुख्य धारा से जुड़ने हेतु प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में इनका रहा विशेष योगदान:-
कार्यक्रम में मैनेजेमेंट कॉलिज, नेचुरौपेथी कॉलिज, फाइन आर्ट कॉलिज, शारीरिक शिक्षा विभाग, लॉ कॉलिज आदि के विद्यार्थियों ने नारी शक्ति के विषय पर रंगारंग प्रस्तुतियां देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की स्मृति में अतिथियों ने पौधें रोपित करके सभी को महिलाओं को सशक्त बनाने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर प्रतिकुलपति डा. अभय शंकरगौड़ा, अतिरिक्त कुलसचिव सैयद जफर हुसैन, डा. आकांशा, डा. विनीता निखिल, डा. गीता परवंदा, डा. जासमीन, डा. पदमा मिश्रा, डा. राखी झा, डा. निखिल श्रीवास्तव, डा. संतोष शर्मा, डा. नीरज कर्ण सिंह, डा. संदीप कुमार, डा. अनोज राज, डा. प्रदीप राघव, डा. मनोज त्रिपाठी, डा. शशीराज तेवतिया, डा. मनोज कपिल, डा. पिन्टू मिश्रा, डा. भावना ग्रोवर, आकाश भटनागर, विशाल सिंह आदि सहित कार्यक्रम आयोजन समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button