एसीएफ अभियान में मिले टीबी के 82 मरीज

-चार दिन में की गयी 3.85 लाख लोगों की स्क्रीनिंग
मेरठ। जनपद में एक्टिव केस फाइंडिंग एसीएफ अभियान के तहत चार दिनों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने टीबी के 82 मरीज खोज निकाले हैं। इनमें से 74 का उपचार विभाग की ओर से शुरू कर दिया गया है। यह जानकारी सोमवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने दी।
डा.राय ने बताया- अभियान में जुटीं टीम ने चार दिनों में करीब 3.85 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की। इस दौरान 798 सैंपलिंग की गयी, जिसमें से 711 लोग क्षय रोग से मिलते-जुलते लक्षणों वाले चिन्हित किए गए। जांच के बाद इनमें से 82 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई है। 74 मरीजों का उपचार शुरू करने के साथ ही उन्हें निक्षय पोषण योजना से भी जोड़ दिया गया है। डा. राय ने बताया- जनपद में एसीएफ अभियान के लिये 248 टीम गठित की गयी हैं। 8.4 लाख आबादी के सर्वे का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें चार दिन में 3.85 लाख का सर्वे किया गया। इस दौरान 798 संभावित लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। इनमें से 711 लोगों के सैंपल लेकर जांच की गयी, जिसमें से 82 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसमें से 74 लोगों को उपचार आरंभ कर दिया है। उन्होंने बताया अभियान के दौरान पहली बार शासन ने 20 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य दिया गया है।
इन इलाकों में चलाया अभियान
उन्होंने बताया टीम का मुख्य ध्यान मलिन बस्ती, मलियाना, लल्लापुरा, साबुन गोदाम, मकबरा डिग्गी, तारापुरी, लखीपुरा, भगवतपुरा, आशियाना कॉलोनी, इस्लामाबाद व जिले की झुग्गी झोपड़ी बस्ती पर है, जहां सबसे अधिक टीबी मरीज मिलने की संभावना होती है।
घर-घर जा रही स्वास्थ्य विभाग की टीम
उन्होंने बताया घर-घर जा रहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को समझा रही हैं कि टीबी को अभिशाप समझकर छिपाएं नहीं, बल्कि लक्षणों के बारे में खुलकर बताएं, जरूरत होने पर एसीएफ टीम उनकी निशुल्क जांच कराएगी और यदि जांच में क्षय रोग की पुष्टि होती है तो तत्काल निशुल्क उपचार भी कराया जाएगा। नियमित उपचार के बाद क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है।