अस्पताल में भर्ती प्रीमेच्योर बेबी की देखभाल अहम जरूरी: डा. अमित उपाध्याय

मेरठ। अस्पताल में भर्ती प्रीमेच्योर बेबी व उसकी मॉ की देखभाल बेहद जरूरी है। जरा सी अस्पताल लापरवाही दोनों पर भारी पड़ सकती है। अस्पताल में प्रीमेच्योर बेबी व उसकी मॉ की देखभाल के लिये प्रशिक्षित स्टाफ को लगाया जाता है। उक्त जानकारी न्यूटिमा हॉस्पिटल के पांच साल पूरा होने पर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित उपाध्ययाय ने मीडिया को जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में पिछले पांच साल में पांच हजार प्रीमेच्योर बेबी उपचार के लिये आये है। जिसका अस्पताल के चिकित्सकों व स्टॉफ ने सफलत पूर्वक उपचार किया। उन्होंने बताया यूपी के अन्य अस्पतालों के मुकाबले न्यूटिमा को मोरलिटरी रेट सबसे कम है। प्रीमैच्योर बेबी की सुरक्षा बेहद अहम है। क्यों नवजात में संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है। अस्पताल में स्पेशल बेबी रूप बनाये गये है। साथ ही कंगारू मदर केयर बनाए गये है। जिससे नवजात को उसकी मॉ स्तनपान करा सके। नवजात के लिये स्तनपान संजीवनी का काम करताहै। उसमें संक्रमण फैलने का खतरा कम होताहै। उन्होंने बतााया बेबी रूप में अंदर प्रशिक्षित स्टॉफ को रखा जाता है। समय पर स्टॉफ द्वारा नवजात की देखभाल की जाती है। कम वजन के बच्चों को अलग रखा जाता है। इस मौके पर डा. संदीप गर्ग, डा. रोहित काम्बोज, डा. अनुपमा पांडे, डा. प्रियांक गर्ग आदि मौजूद रहें।