ARP के जी का जंजाल बना विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार सर्वे

मुज़फ़्फ़रनगर में विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार सर्वे करने का कार्य जनपद के विकास क्षेत्र में कार्यरत एकेडमिक रिसोर्स पर्सन को दिया गया है। जिसको लेकर विरोध के स्वर उठ रहे है।
ज्ञात हो कि जनपद में विद्यालयों की एकेडमिक सपोर्ट के लिए शासन द्वारा एकेडमिक रिसोर्स पर्सन को नियुक्त किया गया था और नियुक्ति के समय आवेदित अध्यापक को एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के पद पर उसके मूल ब्लॉक में ही नियुक्ति दी गई थी और यह तर्क दिया गया कि आप अपने मूल ब्लाक के सभी विद्यालयों, सभी अध्यापकों व अपने ब्लॉक की भौगोलिक दशाओं से भलीभांति परिचित हैं जिसके चलते आप अपने उत्तरदायित्व का निर्वाहन अच्छे से कर पाएंगे। इस कार्य के साथ साथ ही विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों का भौतिक सत्यापन भी एकेडमिक रिसोर्स पर्सन द्वारा उनके मूल ब्लॉक में ही कराया गया था। लेकिन वर्तमान समय में किए जाने वाले विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार हेतु सर्वे का कार्य एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के द्वारा करा जा रहा है,लेकिन इस कार्य के लिए इनको इनके मूल ब्लॉक से अन्यत्र ब्लॉक में विद्यालय आवंटित किए गए हैं।ज्ञात हो कि एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के पद पर अधिकांश महिलाएं भी कार्यरत हैं जो सर्वे हेतु आवंटित ब्लॉकों के भौगोलिक स्थिति व विद्यालयों से भली भांति परिचित भी नहीं जिसके चलते यह कार्य निर्धारित समय और सुगमता पूर्वक हो पाना एक कठिन कार्य है। जब महिला एकेडमिक रिसोर्स पर्सन द्वारा BSA कार्यालय में कार्यरत संबंधित कर्मचारी से अन्य ब्लॉक में ड्यूटी कार्य आवंटित करने से संबंधित प्रश्न किए गए तो वे गोल मोल जवाब देते रहे। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के द्वारा प्रत्येक माह 15 कार्य दिवसो में 30 विद्यालयों का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण भी किया जाना शासन की प्राथमिकता और एकेडमिक रिसोर्स पर्सन के उत्तरदायित्वो में शामिल है। माह मई में 20 तारीख तक 15 ही कार्य दिवस बन रहे हैं इस प्रकार 20 मई तक एकेडमिल रिसोर्स पर्सन द्वारा 30 सपोर्टिव सुपरविजन ही किए जा सकेंगे इसके पश्चात विद्यालय बंद हो रहे हैं जिस कारण विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार हेतु सर्वे कार्य के लिए समय नहीं मिल पाएगा।
एकेडमिक रिसोर्स पर्सन द्वारा इस समस्या को लेकर मुख्य विकास अधिकारी, डायट प्राचार्य मुजफ्फरनगर व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुजफ्फरनगर, को पत्र लिखकर इस कार्य के लिए मार्गदर्शन मांगा गया है एकेडमिक रिसोर्स पर्सन का कहना है कि यदि यह सर्वे कार्य उनसे उनके मूल ब्लॉक में कराया जाए तो वह विद्यालयों के सहयोगी पर्यवेक्षण के साथ-साथ इस कार्य को भी भली-भांति कर पाएंगे।