लखनऊ में एएमपी के दो दिवसीय एनजीओ सम्मेलन का हुआ आयोजन, देश भर से आए सामाजिक कार्यकर्ता

लखनऊ।एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफेशनल्स (एएमपी) का दो दिवसीय उत्तर भारत एनजीओ सम्मेलन दिनांक 4 मार्च से लखनऊ में आरम्भ हो गया, जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक नेताओं, सरकारी प्रतिनिधियों, विद्वानों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और नागरिक समाज के कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम का आरम्भ मौलाना सुफ़ियान निज़ामी की तिलावत कलाम पाक से हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इस्लामिक सेंटर आफ़ इंडिया ऐशमौलाना ख़ालिद रशीद फ़रंगी महली ने कहा कि उन्हें ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे उत्तर भारत की अनेक ग़ैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का लखनऊ में स्वागत करते हुए अत्यन्त हर्ष हो रहा है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि सभी प्रतिभागी अपने अनुभव साझा करते हुए भविष्य की योजना बनाने के लिए एक-दूसरे के साथ बातचीत करेंगे जो समुदाय को गरीबी और अभाव से उबरने में निश्चित रूप से मदद करेगा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मौलाना सफ़ी हैदर सेक्रेटरी तंज़ीमुल मकातिब लखनऊ ने अपने सम्बोधन में कहा कि एसोसिएशन ऑफ मुस्लिम प्रोफ़ेशनल्स का यह प्रयास अत्यन्त सराहनीय है एवं सभी ग़ैर सरकारी संस्थाओं को एक प्लेट फ़ार्म पर लाकर ही समाज का उत्थान किया जा सकता है। उन्होंने इस सम्बन्ध में तंज़ीमुल मकातिब के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि 1968 में स्टैबलिश की गई संस्था लगातार प्रगति की ओर अग्रसर है।
आमिर इदरीसी, अध्यक्ष एएमपी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से, एएमपी ने देश के 200 अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक जिलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यक्तिगत एनजीओ की शक्ति को अगले स्तर तक उपयोग करने की योजना बनाई है। समुदाय का एक बड़ा वर्ग यहां हाशिए पर है और उसे अन्य समुदायों के बराबर लाने की जरूरत है। इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए, एएमपी अन्य स्थानों पर भी क्षेत्रीय सम्मेलनों का आयोजन करेगा, जहां संबंधित क्षेत्रों के सामाजिक नेता और गैर सरकारी संगठन एक साथ आकर समुदाय की शैक्षिक एवं सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने में अपना सामूहिक योगदान देंगे।
ए.एम.पी. एन.जी.ओ कनेक्ट के हेड फा़रूक़ सिद्दीक़ी ने एन.जी.ओ कनेक्ट की विशेषता एवं लाभ बताते हुए कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से हम समुदाय और राष्ट्र के विकास के लिए देश भर से अल्पसंख्यक संस्थानों और सामाजिक संगठनों (एनजीओ) को एक मंच पर लाने का इरादा रखते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत एनजीओ सम्मेलन इस दिशा में पहला कदम है, जो समुदाय के लिए बहुत जरूरी बदलाव लाने के लिए सहयोग और साझेदारी की ओर ले जाएगा।
पूर्व आईपीएस अधिकारी यू निसार अहमद ने सरकारी योजनाओं के माध्यम से ग़रीबी उन्मूलन शीर्षक से अपना प्रिज़ेन्टेशन प्रस्तुत करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए समाज में जागरूकता पैदा करना अत्यन्त आवश्यक है। सरकारी योजनाओं का वृहद प्रचार प्रसार करते हुए उनके प्रति वंचित वर्ग को आकर्षित करने के लिए सभी ग़ैर सरकारी संस्थाओं को आगे आना होगा।
सभा का संचालन ए एम पी मध्य क्षेत्र के हेड सय्यद शोएब ने किया।ए एम पी यू एस ए के अध्यक्ष मोहम्मद शहंशाह अंसारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर अनीस अंसारी पूर्व आईएएस, डॉ ज़फ़र महमूद पूर्व आईआरएस, वज़ीर अंसारी पूर्व आईपीएस, ख़्वाजा शाहिद पूर्व उप कुलपति मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद, सैयद मोहम्मद हसीब पूर्व जज,अतीक़ अहमद सिद्दीकी, तारिक़ आज़म मलेशिया, आफ़ताब अहमद खां पूर्व आई जी, सी आर पी एफ, इं मोहम्मद ग़ुफ़रान,शौकत मुफ़ती दिल्ली, आलमीन अली पूर्व सेक्रेटरी उ प्र अल्पसंख्यक आयोग, नजमुल हसन रिज़वी नजमी,कलीम खां, अबरार अहमद कानपुर, रज़्ज़ाक़ शेख़,सुहेब सीलिया मुम्बई , फ़ैसल सिद्दीकी आदि सहित अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।