पशुओ को जहर खिलाकर मारते.. फिर रेस्टोरेंट व ढाबो पर बेच देते मरे पशुओ का मांस.. 2 अरेस्ट..5 वांटेड

पहले पशुओ को जहर देकर मारते.. फिर मरे हुए पशुओ का मीट होटल, ढाबो और रेस्टोरेंट पर करते थे सप्लाई.. हापुड़, मेरठ, मुज़फ्फरनगर और गाज़ियाबाद मे कम दामों पर बेचते थे मांस…
UP : हापुड़ पुलिस ने एक ऐसा गिरोह पकड़ा हैं जो गांवो मे घूम घूम कर पशुओ को जहर देकर मौत की नींद सुला देता था। फिर मुर्दा मवेशी ठेकेदार की सेटिंग से इन मरे हुए पशुओ का मीट रेस्टोरेंट और ढाबो पर कम दाम मे सप्लाई कर देता था। #hapurpolice ने मुठभेड़ के बाद 2 आरोपी अरेस्ट किए हैं। 2 गाड़ियों मे 8 कुंतल मांस मिला। जांच मे यह मांस जहर से मरे पशुओ का निकला।
पकडे गए आरोपी :-
1-सुमित पुत्र श्याम लाल निवासी मेरठ।
2-साकिब पुत्र राशिद निवासी अमरोहा।
गिरोह के फरार / वांटेड मेंबर :-
1- शेखर ठेकेदार निवासी हापुड़।
2- विनय कुमार निवासी हापुड़।
3- चाँद पहलवान निवासी हापुड़।
4-सौरभ जाटव निवासी मेरठ।
5-भूषण ठेकेदार निवासी मेरठ।
कहा होता था मांस सप्लाई :-
हापुड़, मेरठ, मुज़फ्फरनगर और गाज़ियाबाद के रेस्टोरेंट और हाईवे पर बने ढाबो पर..
पहले पशुओ को जहर देकर मारते.. फिर मरे हुए पशुओ का मीट होटल, ढाबो और रेस्टोरेंट पर करते थे सप्लाई.. हापुड़, मेरठ, मुज़फ्फरनगर और गाज़ियाबाद मे कम दामों पर बेचते थे मांस…
UP : हापुड़ पुलिस ने एक ऐसा गिरोह पकड़ा हैं जो गांवो मे घूम घूम कर पशुओ को जहर देकर मौत की नींद सुला देता… pic.twitter.com/ixCpb7RSws
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) January 13, 2024
सीओ सिटी स्तुति सिंह ने बताया कि हापुड की नगर कोतवाली पुलिस रामपुर रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी पुलिस को दो गाड़ियां बोलेरो पिकअप आती हुई दिखीं. पुलिस ने जब गाड़ी को रुकने का इशारा किया तो उसमें सवार लोगों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने जवाब देते हुए मौके से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पांच-छह युवक मौके से फरार हो गये।
हापुड़ की सीओ सिटी स्तुति सिंह ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दो गाड़ियों में जानवरों का मांस सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा है. सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और चेकिंग की। चेकिंग के दौरान पुलिस ने दोनों गाड़ियों से करीब आठ क्विंटल भैंस का मांस बरामद किया और मौके से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवकों ने अपना नाम सुमित पुत्र श्यामलाल निवासी गांव कैली, थाना खरखौंदा, मेरठ और शाकिब पुत्र राशिद निवासी गांव ढाका उझारी, थाना नंगली, अमरोहा बताया।सीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए चरवाहों ने बताया कि वे पहले जानवरों को जहर देकर मार देते थे और फिर मारे गए जानवरों का मांस निकालकर मुज़फ्फरनगर, मेरठ और गाज़ियाबाद हाईवे पर स्थित ढाबों और होटलों में सप्लाई करते थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के अलावा फरार गौकश शेखर ठेकेदार और उसके भाई विनय निवासी न्यू अशोक नगर हापुड, चांद पहलवान निवासी कोटला मेवातियान, सौरभ जाटव निवासी हापुड, गांव कवट्टा खरखौंदा मेरठ समेत पांच-छह अज्ञात लोगों को वांटेड किए हैं । भूषण ठेकेदार निवासी भटीपुरा, हापुड आदि के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित धारा 307, 429 आदि के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से आठ कुंतल भैंस का मांस, पशु काटने के उपकरण, एक तमंचा, एक कारतूस और दो वाहन बरामद किए हैं।