टीईटी अनिवार्यता के विरोध में शिक्षकों का विरोध जारी, BJP अध्यक्ष क़े समक्ष उठाई मांग

मुजफ्फरनगर में शिक्षक संघों ने BJP प्रदेश अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन, कहा—सेवा में रहते दोबारा परीक्षा देना अनुचित
मुजफ्फरनगर। जिले के विभिन्न शिक्षक संघों के पदाधिकारी एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह से मिले। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भी मौजूद रहे। संघों ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) को लेकर अपनी आपत्तियां रखते हुए ज्ञापन सौंपा और टीईटी को पहले से कार्यरत शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने पर कड़ा विरोध जताया।
संघ प्रतिनिधियों ने कहा कि नियुक्ति के समय लागू शर्तों को बदले बिना सेवा में रहते हुए दोबारा पात्रता परीक्षा देना शिक्षकों की गरिमा और वर्षों की मेहनत को नज़रअंदाज़ करना है।
ज्ञापन की प्रमुख मांगें..
पुराने शिक्षकों को छूट: पहले से नियुक्त शिक्षकों को टीईटी की बाध्यता से मुक्त किया जाए।सेवा नियमों की सुरक्षा: नियुक्ति के समय की शर्तों में बदलाव न हो। वैकल्पिक मूल्यांकन: गुणवत्ता सुधार के लिए प्रशिक्षण या कार्यशालाओं के माध्यम से आकलन किया जाए।
संघ नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में जूनियर संघ क़े जिलाध्यक्ष संजीव बालियान, राजन वशिष्ठ, सुदेश कुमार, अमित कौशिक, शिवकुमार शर्मा, कपिल तोमर, वंदना बालियान, हरेंद्र बालियान, अजय, संजय, अक्षय कुमार, आदेश शर्मा, राहुल कुमार, कपिल चौधरी, सार्थक शर्मा, रूपक राना और मनोज कौशिक समेत कई शिक्षक नेता शामिल रहे।