अब हैपेटाइटिस B की दस्तक, 2 की गई जान, सैंकड़ो आ चुके चपेट में

डॉ. फल कुमार पंवार
मुजफ्फरनगर में कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से टला भी नहीं था कि ब्लैक व येलो फंगस ने होश उड़ा दिए। अब तीसरी लहर से लोग दहशत में है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि तीसरी लहर पांच सप्ताह बाद आ रही है। इस बीच बुरी खबर मुजफ्फरनगर शहर से आ रही है, जिसमें शहर के कई लोग हेपेटाइटिस बी के शिकार हो चुके हैं। परिवार का दावा है कि इस बीमारी से दो युवतियों की जान जा चुकी है। इस मामले में सीएमओ डा. महावीर सिंह फौजदार को जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल ही स्वास्थ्य टीम इन घरों पर भेजने की बात कही।
बताया जाता है कि मौहल्ला खालापार की गुल्लर वाली गली निवासी व 40 फुटा रोड निवासी एक रेस्टोरेंट स्वामी का पूरा परिवार हेपेटाइटिस बी से संक्रमित पाया गया है। इन्हीं परिवारों की चार बेटियों की शादी के बाद अब कई नजदीकी रिश्तेदार भी इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। 40 फुटा रोड पर रहने वाले व्यक्ति ने शहर में कई हलीम बिरयानी के रेस्टोरेंट व ठेले खोले हुए हैं। बीमार होने के बावजूद भी परिवार के लोग अपने रेस्टोरेंट चलाते हैं। साफ है कि कहीं न कहीं ये लोग खुलकर यह बीमारी परोस रहे हैं।
एक आंकड़े के मुताबिक इस परिवार की लापरवाही के चलते शहर के 100 से ज्यादा लोग हेपेटाइटिस बी बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं, जो अपना ईलाज गली-मौहल्ले के डॉक्टरों से करा रहे हैं। इन लोगों में से किसी ने भी जिला अस्पताल पहुंचकर विभाग को अवगत कराना मुनासिब नहीं समझा। रसूख व पैसे के बल पर इन दोनों परिवारों के लोगों ने अपनी बीमारी को न तो जगजाहिर किया और न ही महकमे तक बात पहुंचने दी। अब किसी तरह मीडिया तक यह मामला पहुंचा, तो स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना मिली, तब जाकर अब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही की बात कह रहा है।
CMO डा. महावीर सिंह फौजदार ने कहा कि गुल्लर वाली गली व 40 फुटा रोड पर अलग-अलग दो परिवारों के संक्रमित होने की बात सामने आई है, इसकी जांच कराई जा रही है। जो लोग संक्रमित पाए जाएंगे, उनका उपचार कराया जाएगा।
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हलीम बिरयानी के साथ परिवार परोस रहा जानलेवा बीमारी
इस स्टोरी का मकसद किसी को डराना नहीं है, बल्कि सच्चाई से अवगत कराना है, जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक हेपेटाइटिस बी जानलेवा बीमारी है। पूरे विश्व में प्रतिवर्ष लाखो लोग इसकी चपेट में आकर काल का ग्रास बन जाते हैं। अमेरिका की सबसे बड़ी स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी पहले ही चेतावनी दे चुकी है कि जो लोग पहले से ही बीमार है व हेपेटाइटिस बी से संक्रमित है, तो उनके लिए कोरोना मौत बनकर सामने आ सकता है। खालापार क्षेत्र में कई ऐसी मौत हुई, जिनको हेपेटाइटिस बी होने की बात सामने आई थी, लेकिन कुछ घंटों में ही वे कोरोना के लक्षण के साथ काल का ग्रास बन गए। अब कोरोना की तीसरी लहर आने की बात कही जा रहे है। ऐसे हालात में ब्लैक फंगस व येलो फंगस के बाद हेपेटाइटिस बी का संक्रमण पफैलता है तो यह वैश्विक महामारी कोरोना को बढावा दे सकता है, जिससे मृत्युदर का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ सकता है। ऐसे हालात में सावधनी व उपचार दोनों ही जरूरी है। मुजफ्फरनगर में जिस तरह के मामले सामने आए है, उससे लग रहा है कि यहां सैंकड़ों लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। जैसा कहा जा रहा है कि हलीम बिरयानी के ठेले व रेस्टोरेंट चलाने वाले परिवार के कई सदस्य संक्रमित पाए गए, इनके कारोबार आज भी खुले हुए हैं। यानि यहां पहुंचने वाले ग्राहकों तक यह बीमारी आसानी से पहुंच रही है। लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद भी ये लोग चुपचाप बीमारी को छुपाकर झोलाछाप डॉक्टरों से अपना ईलाज कराने में जुटे हुए हैं। यदि स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा कदम नहीं उठाया, तो शहर में एक बड़ी महामारी फैल सकती है।