लाइसेंस धारकों का ब्याज कारोबार से मोह भंग, 70 ने किया सरेंडर तो बिना लाइसेंस बढ़ गई हज़ारो की भीड़

मुजफ्फरनगर जिले में कलक्टर के दफ्तर से साहूकारा लाईसेंस लेकर ब्याज का काम करने वाले लोगों का मोह इस कारोबार से भंग हो रहा हैं। यही वजह है कि गत वर्षो में 70 लोगों ने खुद आवेदन देकर अपने लाईसेंस निरस्त करा दिये। आरटीआई के तहत इसका खुलासा हुआ हैं। जिसमें ADM वित्त आलोक कुमार ने आरटीआई के तहत जो सूची उपलब्ध् कराई है, उसके मुताबिक 69 लोगों ने इस कारोबार के प्रति मोह भंग होना बताते हुए अपना लाईसेंस सरेंडर कर दिया है। जबकि एक व्यक्ति का लाईसेंस उसकी मृत्यु होने की वजह से परिवार के लोगों के आवेदन पर निरस्त किया गया हैं।
बताया जाता है कि यहां महेन्द्र कुमार पुत्र मित्रसैन, सुशील कुमार व मोहिनी देवी, कटहेडा मोचियान निवासी सुशील कुमार, खतौली निवासी नरेन्द्र कुमार, बडा बाजार निवासी मै. विजय सिंह, नई मंडी निवासी मै. श्रीराम, कटेहडा मोचियान निवासी अजित सिंह, जानसठ निवासी चरण सिंह, लोहिया बाजार निवासी मोलकराम, चरथावल निवासी राम दुलारी, चंदसीना निवासी जोगेन्द्र सिंह, सर्राफा बाजार निवासी सतीशचन्द, खतौली निवासी अमरचंद, काशीराम कालोनी खतौली निवासी सरला देवी, गउशाला शामली रोड निवासी राधेश्याम, सर्राफा बाजार के राजेश कुमार व राकेश कुमार, सतीश बैंकर्स, ब्रजवासी निवासी अबूपुरा, हुसैनपुरा जानसठ निवासी नरेश सिंघल, बकरकस्सान निवासी अनिल कुमार, चन्द्रप्रकाश, नीरज कुमार, कैलाशचन्द, मुरारी लाल निवासीगण सर्राफा बाजार, मोहन लाल बडा बाजार, पवन जैन खतौली, जयपाल सिंह एंड संस, 68 कृष्णापुरी, रविन्द्र कुमार वर्मा छोटा बाजार बुढाना, उदयराम पुत्र मित्रासैन, लद्वावाला, बाबूराम एण्ड संस, जगन्नाथ प्रसाद निवासी मीरापुर, मदन लाल पुत्रा गोरी लाल, संदीप कुमार पुत्रा जयपाल सिंह, संजय वर्मा अबूपुरा, सुरेन्द्र सिंह पुरकाजी, मिट्ठन लाल नवीन मंडी स्थल, मनोज कुमार लद्वावाला, कुंती देवी नवाबगंज, रामकिशन सर्राफा बाजार, सहज मोटर फाईनेंस कम्पनी गांधी कालोनी, इकबाल अहमद पुत्र जलालूदीन निवासी कैथोडा, बालकृष्ण कटहेडा, श्रीराम फाईनेंस कम्पनी भोपा, वैष्णो फाईनेंस कम्पनी पुरकाजी, दीपचन्द सर्राफा बाजार, जय भवानी कम्पनी जनकपुरी, जयप्रकाश बडा बाजार, बीना सिंह कम्बलवाला बाग, मौ. फाजिल सिद्दीकी लद्वावाला, मोहन कुमार रामलीला बाजार मीरापुर, मनोज तोमर लद्वावाला, उपेन्द्र वर्मा अहाता ओलिया, प्रमोद कुमार अबूपुरा, नितिन कुमार आबकारी, सुधीर वर्मा कूकडा, राजेश कुमार चरथावल, गौरव खतौली, मुकेश कुमार अलमासपुर, अंकित कुमार मन्दौड, दुष्यंत कुमार अलमासपुर, संजीव कुमार न्याजूपुरा, इसम सिंह गांधी नगर, भूपेन्द्र सिंह मेघाखेडी, विष्णु स्वरूप लद्वावाला, देवेन्द्र मेघाखेडी, अशोक त्यागी जनकपुरी, कपिल कुमार सिकन्दरपुर जानसठ व दतियाना निवासी प्रदीप कुमार शामिल है। इनमे प्रदीप कुमार की मौत होने की वजह से लाईसेंस निरस्त किया गया हैं। खतौली निवासी गौरव की भी मौत हो चुकी है। इसके अलावा अबूपुरा निवासी संजय वर्मा पुत्रा जयपाल वर्मा व मदन लाल का लाईसेंस साहूकारा एक्ट का अनुपालन न करने पर निरस्त किया गया हैं। इसके अलावा खतौली निवासी नरेन्द्र कुमार पुत्र मूलचन्द की भी मृत्यु हो चुकी हैं। साफ है कि एक ही झटके में सत्तर लोगों द्वारा इस कार्य से हाथ खींचा जाना कहीं न कहीं कुछ गडबड की आंशका की ओर ले जा रहा हैं। हालांकि अफ़सरो का कहना है कि यह सब सामान्य प्रक्रिया के तहत हुआ है। कुछ भी विशेष नहीं है। इसी के साथ अब जनपद में 60 लाईसेंस धारक रह गये हैं जो साहूकारा के तहत लोगों को ब्याज पर पैसा देने का काम कर सकते हैं।
सरकारी बैंक की दर से ज्यादा नहीं वसूला जा सकता ब्याज
उत्तर प्रदेश साहूकारी विनियमन एक्ट नियमावली तथा प्रथम संशोधन नियमावली 1976-77 यहां पूरी तरह लागू हैं। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि कोई भी बैंकर्स ब्याज की दर सरकारी बैंक से ज्यादा नहीं वसूल सकता, जो साहूकार इससे ज्यादा ब्याज की दर वसूलता है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही होगी। बिन्दू 12 के प्रथम कॉलम में स्पष्ट किया गया है कि जो ब्याज की दर बैंक वसूल रहे है उसी दर में प्राईवेट बैंकर्स भी अपने खाताधरको से ब्याज वसूल सकते हैं। इससे ज्यादा कदापि वसूली नहीं की जा सकती।
मुजफ्फरनगर में सिर्फ 70 लोग ऐसे है जो बैंक की तर्ज पर ब्याज का काम कर सकते हैं, लेकिन गैर सरकारी आंकडा इन लोगों की संख्या पांच हजार से ज्यादा बताता हैं। सरकारी आंकडो के अनुसार कूचा अमीर सिंह निवासी नरेन्द्र कुमार, पुरकाजी के ताराचंद, सर्राफा बाजार के रमेशचन्द, नवीन मंडी स्थल के रोशन लाल, घेरखत्ती नई मंडी में कामधेनु, विवेक कुमार, दिनेश त्यागी गांधी कालोनी, अजय कुमार सिविल लाईन, श्याम सुन्दर केवलपुरी, नवनीत भारद्वाज नई मंडी, संगीता पुंडीर रामलीला टिल्ला, अनिल कुमार, मुस्तफाबाद, कमल बालियान अंकित विहार, देवेन्द्र कुमार गोयल नई मंडी, श्रीराम टेडर्स आबकारी रोड, जितेन्द्र कुमार योगेन्द्रपुरी, सुधीर कुमार कम्बलवाला बाग, सुनील कुमार रामलीला टिल्ला, पवन कुमार नया बांस, कुसुम देवी सिविल लाईन, आशुतोष शर्मा गांधी नगर, संजय कुमार जडौदा, बिजेन्द्र कुमार अग्रसैन विहार, र्ध्मेन्द्र कुमार सिविल लाईन, साधना नवाब गंज, अरविन्द गर्ग, प्रदीप गुप्ता, सतीश भारती कृष्णापुरी, नीतू मलिक अंकित विहार, कुच्छल ज्वैलर्स भगत सिंह रोड, जवाहर सिंह शांति नगर, शिव कुमार वर्मा पार्क, अमन शर्मा कूकडा, गुरूदयाल जटमुझेडा, प्रदीप कुमार बढेडी, देवेन्द्र कुमार न्याजूपुरा, अमित कुमार बरला, अर्चना राठी कूकडा, अंकित तायल सिविल लाईन को लाईसेंस दिये गये हैं। इसके अलावा खतौली ब्लाक में भूपेन्द्र सिंह सोंटा, सागर सिंह बडा बाजार खतौली, रिषिपाल मंसूरपुर मिल, गौरव यमुना विहार, तहसील जानसठ में गुलशाना शहजाद मैन बाजार मोरना, राजकुमार भारद्वाज भोपा, सुधीर कुमार सिखेडा, संदीप काकरान फहीमपुर कलां, अमित कुमार गडवाडा, गोपाल संगल हुसैनपुरा जानसठ, दिवास कुमार भोपा, धर्मेंद्र कुमार सैनी विलायतनगर जानसठ, राजू भण्डूरा, हरीश कुमार नंगला कबीर, संजीव कैथोडा, आशीष कुमार मोरना व तहसील बुढ़ाना में सुनील कुमार गढी सखावतपुर, गौतम सिंह बरवाला, कुंवर सिंह कुरथल, विनोद कुमार मुंडभर व बुढ़ाना के वशिष्ठ आश्रम मोर वाली प्याउ निवासी जितेन्द्र सिंह शामिल हैं।
मिनिस्टर कपिल देव की चिट्ठी के बाद भी नहीं हो सके चिन्हित
जनपद में कई ऐसे बडे मामले है, जिसमें ब्याज खोरो के उत्पीड़न की वजह से कई लोगों ने सुसाईड कर लिया। इसके बाद मिनिस्टर कपिल देव अग्रवाल ने डीएम सेल्वा कुमारी जे को एक पत्र लिखकर ऐसे ब्याजखोरो के खिलाफ कडी कार्यवाही के लिए कहा था, जो कि भोले भाले लोगों का उत्पीड़न कर रहे थे। डीएम ने यह मामला ADM F को रैफर कर दिया। यहां से सभी तहसीलदारो को जिम्मेदारी सौंप दी गई कि वे अपने यहां के ब्याजखोरो की पहचान करके रिपोर्ट भेजेगे। लेकिन किसी भी तहसील से कोई रिपोर्ट जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंची। जबकि पूरे जनपद में पांच हजार से ज्यादा ब्याजखोर सक्रिय स्थिति में है। ये लोग मोटी दरो पर ब्याज की वसूली करके लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं।