अपना पूरा हक लेकर ही दिल्ली से घर जायेगे किसान: राकेश टिकैत

गाजीपुर बॉर्डर।
किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को एक वर्ष होने के उपलक्ष में आयोजित पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि तीन कृषि कानून को रद्द किए जाने का प्रस्ताव संसद में पास होने के बाद सत्ताधारी दल के लोग आपको बॉर्डर खाली करने के लिए कहेंगे, लेकिन अभी केन्द्र सरकार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है। एमएसपी गारंटी कानून के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक रिपोर्ट दी थी जिसमें एमएसपी गारंटी कानून बनाए जाने का प्रस्ताव है और अब स्वयं नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं ,फिर एमएसपी गारंटी कानून बनाए जाने में देरी क्यों?
चौधरी टिकैत ने कहा कि किसानों की आवाज को दुनिया की कोई भी हुकूमत दबा नहीं सकती। तीन काले कृषि कानून भी मोदी सरकार को किसानों के अडिग इरादों के चलते वापस लेने पड़े।
365 दिन और 700 से अधिक किसानों की शहादत के बाद भी दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों का जोश ठंडा नहीं पड़ा है। सरकार की साजिशों और नापाक इरादों का किसानों ने संयम और अहिंसा के साथ माकूल जवाब दिया है। गाजीपुर, सिंघु, ढासा,पलवल और टीकरी बॉर्डर पर एक साल से जमे हजारों किसान अपने अहिंसात्मक आंदोलन से पूरा हक दिलवाकर ही वापस जाएंगे।
ये आंदोलन किसानों के साथ मजदूरों, शोषितों, वंचितों, छोटे व्यापारियों और आदिवासियों के प्रण का प्रतिफल है।जिसको दबाना सरकारों के बूते से बाहर की बात है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के नेतृत्व में हजारों किसान का जत्था गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचा।
भोरा कला से पूर्व प्रधान सोमपाल प्रधान एवं सिसौली से राजीव बालियान के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने गाजीपुर बॉर्डर पर धरने में शिरकत की।