फैशन शो के नाम पर ‘कोम्प्रो’ का चलन बढ़ा, शोषण की दहलीज पर यूथ

फैशन शो के नाम पर करते हैं युवाओं का शोषण
क्या होता है ये कोम्प्रो?
मुज़फ्फरनगर। फैशन शो में जीत दिलाने के नाम पर अवैध वसूली के मामले सामने आने के साथ कुछ नया भी सामने आ रहा हैं।मुंबई की चकाचौंध से फ्लॉप हो चुके लोगो ने अब जगह जगह मिस इंडिया का तमगा बांटने का धंधा शुरू किया इसके साथ ही पैसे का खेल व ‘कोम्प्रो’ का प्रयोग शुरू हो गया। हम सभी ने देखा भी है और उन मशहूर कलाकारों और मॉडल के इंटरव्यू में सभी ने सुना भी है कि कैसे उन लोगों ने अपने जीवन मे कठिन परिश्रम कर सफलता को पाया था। कई वर्ष लग जाते थे उस सफलता को पाने के लिए। लेकिन पहले ये कोम्प्रो वाला शार्ट कट नहीं हुआ करता था। कलाकार अपने टैलेंट के दम पर ही आगे बढ़ता था। वहीं फैशन और अभिनय की दुनिया मे आज के युग का हर युवा जल्दी कामयाब होना चाहता है और उसी कामयाबी को पाने के चक्कर मे वो नए-नए लोगों से मिलता है। जहाँ उसको ऐसे ऐसे लोग मिलते हैं जो उनको शो में जिताने के नाम पर उनसे अच्छा पैसा लेते हैं या उनके साथ कोम्प्रो करने को बोलते हैं। कोम्प्रो को यदि सरल भाषा मे समझा जाये तो उनको सामने वाले के साथ सोना होता है और हर वो काम करना होता है जो वो चाहकर भी नहीं करना चाहते। आज कल हर कोई एक या दो शो करने के बाद आने नाम के आगे प्रोफेशनल मॉडल और एक्टर लिख लेता है जबकि उनको ये तक पता नहीं होता है कि प्रोफेशनल कहते किसे हैं? आज कल इस ग्लैमर की दुनिया मे सलेब्रिटी
नाम का चलन भी खूब चर्चाओं में है। कोई सेलिब्रिटी होस्ट बन जाता है कोई सेलिब्रिटी जज या सेलिब्रिटी मॉडल बन जाता है। हमने सुना था लेकिन जब से हम इस फील्ड में आये हैं हमने अपनी आंखों से देख भी लिया है कि इसमें ट्रांसजेंडर, गे, और बाईसेक्सुअल लोगों का ही बोल बाला होता है। वो किस तरह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आज कल युवाओं को अपने फेक फॉलोवर्स के फेम को दिखाकर भी बच्चों को फंसाया जा रहा है। कुछ बच्चों ने हमें उन सबके व्हाट्सएप्प मैसेज और ऑडियो सुनवाई हैं जो कि उनसे कोम्प्रो की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी और ब्राइट फ्यूचर फाउनडेशन उन सभी युवाओं से अपील करती है कि जल्दी फेम पाने के चक्कर में अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ न होने दें।
हमने फैशन शो आयोजित करने वाले समाजसेवी फैसल काज़मी से बात की….
उनका कहना था कि ”ब्राइट फ्यूचर फाउंडेशन एक रजिस्टर्ड संस्था है जिसका एक यूट्यूब चैनल है जिसमे वो कवर/ऑफिसियल सांग बनाती है। संस्था किसी को भी फेम दिलाने का या टीवी पर काम दिलाने का या बड़े पर्दे पर लाने का कोई वादा या अग्रीमेंट नही करती है। वही ब्राइट फ्यूचर के अध्यक्ष ने बताया कि संस्था न तो किसी बच्चे के साथ गलत करती और न ही भविष्य में होने देगी।”