
मुजफ्फरनगर
जिला महिला अस्पताल समेत जनपद के समस्त सामुदायिक- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी-पीएचसी) पर सोमवार को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) वाली महिलाओं को प्रोत्साहित किया गया। इसके साथ ही ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया, जिनका प्रसव हुआ हो। दूसरे लक्षित समूह में विवाहित दंपति और तीसरे समूह में ऐसे दंपति को शामिल किया गया जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने कहा कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, जीवन में लाएं स्वास्थ्य और खुशहाली के स्लोगन से जिले में खुशहाल परिवार दिवस हर महीने 21 तारीख को मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है लोग परिवार नियोजन व परिवार नियोजन के साधनों के लिए जागरूक हों।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस के सफल आयोजन के लिये आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम की सेवा ली गयी, जिन्होंने बखूबी अपने कार्य को अंजाम दिया। दो बच्चों के जन्म के बीच तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की जानकारी दी गयी। महिलाओं को गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा, आईयूसीडी और पीपीआईयूसीडी की सुविधा निशुल्क दी गयी। इसके साथ ही परिवार पूरा कर चुके योग्य दंपति को परिवार नियोजन के स्थाई साधन (नसबंदी) अपनाने की सलाह दी गयी।
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर जनपद में कंडोम, माला -एन और छाया गर्भनिरोधक गोलियां वितरित की गईं।